दिल्ली के जामिया मिलिया इस्लामिया विश्वविद्यालय में सुरक्षा व्यवस्था को कड़ा कर दिया गया है, जहां छात्रों ने हाल ही में एक विरोध प्रदर्शन आयोजित किया. छात्रों के इस प्रदर्शन में भाग लेने के कारण 10 छात्रों को पुलिस ने हिरासत में लिया है. विश्वविद्यालय के आसपास भारी पुलिस बल तैनात किया गया है, ताकि कोई अप्रिय घटना न घटे और कानून-व्यवस्था बनाए रखी जा सके.
जामिया मिलिया इस्लामिया में प्रदर्शन करने वाले छात्रों को पुलिस ने आज सुबह पांच बजे हिरासत में लिया है. पुलिस ने विश्विद्यालय प्रशासन की शिकायत पर ये कार्रवाई की है। आरोप है कि प्रदर्शन कर रहे छात्रों ने कैंटीन में तोड़फोड़ की.
जामिया में यह प्रदर्शन विभिन्न मुद्दों को लेकर किया गया था, जिनमें शिक्षा, छात्रों के अधिकार और विश्वविद्यालय प्रशासन की नीतियों पर सवाल उठाए गए हैं. छात्रों का कहना है कि विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा उठाए गए कुछ कदम छात्रों की स्वतंत्रता और उनके अधिकारों के खिलाफ हैं. इसके अलावा, कई छात्रों ने विश्वविद्यालय में बेहतर सुरक्षा और समान अवसरों की मांग की. प्रदर्शनकारियों ने इन मुद्दों पर विश्वविद्यालय प्रशासन और सरकार से सकारात्मक कदम उठाने की अपील की.
प्रदर्शन के दौरान छात्रों ने विश्वविद्यालय परिसर में नारेबाजी की और विरोध प्रदर्शन के माध्यम से अपनी बात रखी. हालांकि, सुरक्षा कारणों से पुलिस ने मौके पर पहुंचकर प्रदर्शन कर रहे 10 छात्रों को हिरासत में लिया. हिरासत में लिए गए छात्रों को स्थानीय पुलिस थाने ले जाया गया, जहां उनसे पूछताछ की जा रही है. पुलिस ने कहा कि स्थिति अब नियंत्रण में है और किसी भी तरह की हिंसा या उत्पात को रोकने के लिए सुरक्षा कड़ी की गई है.
प्रदर्शन के मद्देनजर विश्वविद्यालय के आसपास सुरक्षा बढ़ा दी गई है. पुलिस और अर्धसैनिक बलों की टीमें विश्वविद्यालय परिसर और उसके आसपास के इलाकों में गश्त कर रही हैं. अधिकारियों ने कहा कि अगर प्रदर्शनकारियों ने शांति भंग करने की कोशिश की, तो उनसे सख्ती से निपटा जाएगा. सुरक्षा बलों को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया है कि प्रदर्शन शांतिपूर्ण ढंग से खत्म हो और कानून-व्यवस्था बनी रहे.
#WATCH | Delhi: Security heightened outside the Jamia Millia Islamia after several students staged protests and vandalised university property.
— ANI (@ANI) February 13, 2025
A handful of students called for a protest in the academic block on the evening of February 10. Since then, they have disturbed the… pic.twitter.com/VID4ZB41Cu
हिरासत में लिए गए छात्रों के समर्थन में अन्य छात्र संगठन और कुछ राजनीतिक दल भी आ गए हैं. उनका कहना है कि छात्रों की आवाज को दबाया नहीं जा सकता और वे आगे भी अपने अधिकारों के लिए संघर्ष जारी रखेंगे. विश्वविद्यालय में छात्रों ने भविष्य में भी प्रदर्शन करने की योजना बनाई है, यदि उनकी मांगें पूरी नहीं होती हैं.
जामिया में बढ़ाई गई सुरक्षा और छात्रों की हिरासत एक संकेत है कि विश्वविद्यालय में छात्र आंदोलन लगातार बढ़ रहा है. छात्रों द्वारा उठाए गए मुद्दों और उनके अधिकारों की रक्षा को लेकर जो भी कदम उठाए जाएंगे, वह आने वाले समय में महत्वपूर्ण साबित हो सकते हैं. पुलिस और प्रशासन की जिम्मेदारी है कि वे शांति बनाए रखें और किसी भी विवाद को सुलझाने के लिए संवेदनशील तरीके से काम करें.