कार में पहली क्लास की छात्रा से रेप की कोशिश, चिल्लाई को गला घोंटकर मार डाला; आरोपी प्रिंसिपल अरेस्ट

Gujarat News: गुजरात में यौन उत्पीड़न का विरोध करने वाली स्कूली छात्रा की हत्या का मामला सामने आया है. जानकारी के बाद पुलिस ने स्कूल के प्रिंसिपल को गिरफ्तार किया है. दाहोद के पुलिस अधीक्षक राजदीप सिंह जाला ने कहा कि अधिकारियों की 10 अलग-अलग टीमों की ओर से विस्तृत जांच के बाद ये सफलता मिली, जिन्होंने छात्रा के दोस्तों, शिक्षकों और ग्रामीणों से जानकारी जुटाई.

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Gujarat News: गुजरात के दाहोद जिले में एक सरकारी प्राइमरी स्कूल कैंपस में छह साल की छात्रा का शव मिलने के तीन दिन बाद, पुलिस ने प्रिंसिपल को गिरफ्तार कर लिया. पुलिस ने बताया कि जब कक्षा 1 की छात्रा ने स्कूल जाते समय कार में यौन उत्पीड़न करने का विरोध किया तो प्रिंसिपल ने उसका गला घोंट दिया. पुलिस के अनुसार, बच्ची की मां ने गुरुवार सुबह उसे स्कूल के प्रिंसिपल को सौंप दिया था. दरअसल, प्रिंसिपल कार से स्कूल जा रहे थे, ये देखते हुए बच्ची की मां ने रिक्वेस्ट की कि वे उसे भी स्कूल ले जाएं. देर शाम तक जब वो घर नहीं आई, तो उसकी खोजबीन शुरू हुई. परिजन ने पुलिस से इसकी शिकायत भी की.

रिपोर्ट्स के मुताबिक, पुलिस ने बताया कि प्रिंसिपल से जब पूछताछ की गई, तो उसने अपना गुनाह कबूल कर लिया. प्रिंसिपल ने कथित तौर पर स्कूल के खत्म होने के बाद उसकी हत्या की और स्कूल के पिछले इलाके में उसकी लाश को फेंक दिया. दाहोद के पुलिस अधीक्षक राजदीपसिंह जाला ने बताया कि मामले के खुलासे के लिए 10 अलग-अलग टीमों की ओर से विस्तृत जांच की गई, जिसके बाद आरोपी प्रिंसिपल को गिरफ्तार किया गया.

आखिरी बार बच्ची को प्रिंसिपल के साथ ही देखा था

ज़ाला ने कहा कि बच्ची को आखिरी बार स्कूल प्रिंसिपल के साथ देखा गया था. बच्ची की मां ने गुरुवार सुबह करीब 10.20 बजे उसे प्रिंसिपल को सौंप दिया था. जब उसकी खोजबीन शुरू की गई और पुलिस ने पड़ताल शुरू की, तो पता चला कि बच्ची गुरुवार को स्कूल ही नहीं गई.

जाला ने कहा कि शुरू में प्रिंसिपल ने कहा था कि उन्हें नहीं पता था कि बच्ची को स्कूल छोड़ने के बाद वह कहां गई, लेकिन बाद में उन्होंने बच्ची की हत्या की बात कबूल कर ली. पुलिस ने एक बयान में कहा कि प्रिंसिपल ने जांच अधिकारियों को गुमराह करने की भी कोशिश की, उन्होंने दावा किया कि उसे गुरुवार शाम को क्लास टीचर से पता चला कि बच्ची गायब है. पुलिस को कुछ शक हुआ, तो प्रिंसिपल के मोबाइल फ़ोन लोकेशन की जांच की गई. 

ज़ाला ने कहा कि हमें अंदाजा हो गया था कि कुछ गड़बड़ है... लोकेशन की डिटेल आने के बाद जब प्रिंसिपल से सख्ती से पूछताछ की गई, तो उसने कबूल किया कि अपनी कार में स्कूल जाते समय बच्ची के साथ जबरदस्ती करने की कोशिश की थी. बच्ची ने इसका विरोध किया और चिल्लाने लगी. उसे चुप कराने के लिए प्रिंसिपल ने गला घोंटकर उसकी हत्या कर दी.

वारदात को अंजाम दिया, लाश को कार में ही रखा

पुलिस के मुताबिक, आरोपी प्रिंसिपल ने हत्या की वारदात को अंजाम देने के बाद उसकी लाश को कार में ही छिपाकर रखा. स्कूल से छुट्टी होने के बाद उसने बच्ची की लाश को कार से निकाला और स्कूल के पिछले इलाके में फेंक दिया. कार से बच्ची की चप्पलें भी निकालीं और क्लास के बाहर रख दिया. साथ ही उसका बैग भी स्लास में ही छोड़ दिया. 

पुलिस ने बताया कि प्रिंसिपल के मोबाइल फोन की तकनीकी जांच से पता चला है कि गुरुवार सुबह स्कूल पहुंचने में उसे सामान्य से अधिक समय लगा था. बच्ची के दोस्तों और शिक्षकों से पुलिस को पता चला कि वो स्कूल नहीं आई थी और न ही स्कूल के समय में उसका शव पिछले इलाके में देखा गया था. पुलिस ने कहा कि इसके अलावा, छात्रों और शिक्षकों ने कहा कि छात्रा का चप्पल और बैग भी पूरे दिन क्लास में नहीं था. पुलिस के अनुसार, छात्रों में से एक ने ये भी कहा था कि उसने स्कूल की छुट्टी होने पर छात्रा को प्रिंसिपल की कार में सोते हुए देखा था. पुलिस ने कहा कि जांच में ये भी पता चला कि प्रिंसिपल सबसे आखिर में स्कूल से निकला था.