शिवसेना प्रमुख और महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने बीजेपी की सौगात-ए-मोदी योजना पर तीखा हमला बोला है. उद्धव ठाकरे ने आरोप लगाया है कि बीजेपी ने हिंदूत्व छोड़ दिया है और सत्ता जिहाद का सहारा लिया है. ठाकरे ने इस कदम की आलोचना करते हुए इसे 'सौगात-ए-सत्ता' (सत्ता का उपहार) करार दिया और भाजपा पर बिहार में चुनावी लाभ के लिए तुष्टीकरण की राजनीति करने का आरोप लगाया.
उद्धव ठाकरे ने कहा कि भाजपा को आधिकारिक तौर पर घोषणा करनी चाहिए कि उन्होंने हिंदुत्व छोड़ दिया है. वे उन लोगों को 'सौगात-ए-सत्ता' बांट रहे हैं जिनके घर बुलडोजर से ध्वस्त कर दिए गए और कई लोग जिन्होंने सांप्रदायिक दंगों में अपनी जान गंवा दी. यह पहल केवल बिहार विधानसभा चुनावों के लिए है.
सौगात-ए-मोदी योजना क्या है?
ईद से पहले भाजपा ने मंगलवार को आर्थिक रूप से कमज़ोर मुस्लिम परिवारों को टारगेट करते हुए एक राष्ट्रव्यापी आउटरीच कार्यक्रम शुरू किया. इस पहल को इस साल के अंत में बिहार विधानसभा चुनावों से पहले एक रणनीतिक कदम के रूप में देखा जा रहा है, जिसका उद्देश्य वंचित मुसलमानों को विशेष ईद किट वितरित करना है. भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा के मार्गदर्शन में दिल्ली के निजामुद्दीन में शुरू हुए इस कार्यक्रम से देश भर में लगभग 32 लाख लोगों को लाभ मिलने की उम्मीद है.
ईद की किट्स में सूखे मेवे, बेसन , सूजी , सेवई और चीनी जैसी खाद्य सामग्री शामिल है. पुरुष को कुर्ता-पायजामा मिलेगा, जबकि महिलाओं को सूट के लिए कपड़ा मिलेगा. प्रत्येक किट की लागत 500 से 600 रुपये के बीच है.
विपक्ष के नेताओं ने साधा निशाना
कई विपक्षी नेताओं ने इस योजना को शुरू करने के लिए भाजपा की आलोचना की है. कांग्रेस की राष्ट्रीय प्रवक्ता शमा मोहम्मद ने इस कार्यक्रम को "पाखंडी नाटक" कहा है. कांग्रेस की राष्ट्रीय प्रवक्ता शमा मोहम्मद ने एक्स पर लिखा, मुस्लिम समुदाय को शैतान बताने, उनके खिलाफ नफरत भरे भाषण देने, उन्हें निशाना बनाने के लिए दुष्प्रचार वीडियो बनाने और उनके घरों को ध्वस्त करने के बाद, भाजपा अब ईद पर 32 लाख मुसलमानों को सौगात-ए-मोदी किट बांटने की योजना बना रही है. यह कैसा पाखंड है.