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India Daily

सैफ अली खान केस: 'मेरा बेटा अपराधी नहीं', आरोपी का पिता बोला- बांग्लादेश में बनाएंगे चुनावी मुद्दा

मुंबई में सैफ अली खान पर चाकू से हमला मामले में गिरफ्तार अवैध बांग्लादेशी युवक के पिता ने झूठी गिरफ्तारी का आरोप लगाया है. उसने कहा कि वह इस मुद्दे को बाग्लादेश में होने वाले चुनावों में उठाएंगे. 

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Edited By: Kamal Kumar Mishra
Saif Ali Khan case
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Saif Ali Khan Case: अभिनेता सैफ अली खान पर चाकू से हमला करने के आरोप में मुंबई पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए अवैध बांग्लादेशी अप्रवासी शरीफुल फकीर के पिता ने बांग्लादेश में चुनाव होने पर भारतीय एजेंसियों द्वारा अपने बेटे के "उत्पीड़न" को चुनावी मुद्दा बनाने की कसम खाई है. शरीफुल के पिता मोहम्मद रोहुल अमीन, जो बीएनपी के ग्राम पदाधिकारी भी हैं, ने बताया कि शरीफुल और उनका दूसरा बेटा भी पार्टी के वफादार कार्यकर्ता थे.

बांग्लादेशी पिता ने हा कि "भारत में पुलिस ने मेरे बेटे को सिर्फ इसलिए फंसाया क्योंकि उसमें कुछ समानताएं हैं. मैं ग्रामीण स्थानीय निकाय चुनावों में चुनाव लड़ने की संभावना रखता हूं.मैं आवाज उठाऊंगा कि भारत में पुलिस बांग्लादेशियों को कैसे प्रताड़ित करती है. मेरा बेटा इसका आदर्श उदाहरण है. मुंबई पुलिस ने मेरे बेटे को संदिग्ध के तौर पर गिरफ्तार किया, लेकिन वह वह नहीं है जिसकी तस्वीर पुलिस ने जारी की थी. वह सिर्फ इसलिए आसान निशाना है क्योंकि वह पिछले साल अप्रैल में अवैध रूप से भारत में घुसा था." 

अमीन (55) ने शुक्रवार को कहा कि उन्हें मुंबई में शरीफुल के लिए कानूनी सहायता सेल के वकील से एक टेक्स्ट संदेश मिला. उन्होंने उसे भारत में अपने चैंबर में फोन करने या मिलने के लिए कहा है. अमीन ने कहा, "मैं रात में सभी संबंधित दस्तावेजों के साथ उसे फोन करूंगा. यह एक कठिन लड़ाई है, लेकिन हम पीछे नहीं हटेंगे." शरीफुल के पिता ने दावा किया कि सीसीटीवी फुटेज में दिख रहा व्यक्ति उनका बेटा नहीं है. हालांकि, मुंबई पुलिस ने दावा किया कि अपराध स्थल से मिले फिंगरप्रिंट शरीफुल के फिंगरप्रिंट से मेल खाते हैं.

झूठी गिरफ्तारी का आरोप

बांग्लादेश के झालोखाथी जिले में बीएनपी के यूनियन परिषद डिवीजन के उपाध्यक्ष अमीन ने कहा कि अवामी लीग के शासन के दौरान बहुत राजनीतिक उथल-पुथल थी, पिछले साल की शुरुआत में शेख हसीना की सरकार के सत्ता में वापस आने के बाद उनमें से कई भूमिगत हो गए. "मेरा बेटा, जो खालिदा जिया का सक्रिय समर्थक था, उसे भी भारी विरोध का सामना करना पड़ा. इसलिए उसे बांग्लादेश छोड़ना पड़ा. अब जब स्थिति बदल गई है और हम फिर से चुनावों में भाग लेंगे, तो मैं निश्चित रूप से अपने बेटे की झूठी गिरफ्तारी के बारे में शोर मचाऊंगा."

'मेरा बेटा अपराधी नहीं'

अमीन ने कहा कि उन्होंने पहले ही बीएनपी के वरिष्ठ नेताओं से बात करना शुरू कर दिया है और इस रविवार को विदेश मंत्रालय और भारतीय उच्चायोग का दौरा करेंगे. उनसे हस्तक्षेप करने और भारत पर कूटनीतिक दबाव बनाने की मांग करेंगे. अमीन ने दावा किया, "मेरा बेटा अपराधी नहीं है. बांग्लादेश में जीवन के डर और बेहतर भविष्य की आकांक्षा ने उसे बांग्लादेश छोड़कर अवैध रूप से भारत में प्रवेश करने के लिए मजबूर किया, लेकिन वह कभी किसी पर हमला नहीं कर सकता या चोरी करने के लिए किसी के घर में प्रवेश नहीं कर सकता.