रांची: हेमंत सोरेन पर गिरफ्तारी की तलवार लटक रही है. लापता होने की चर्चा के बीच 31 घंटे बाद मंगलवार दोपहर झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन रांची आए. इसके बाद उन्होंने दो बैठक की. इस बैठक में आगे की रणनीति पर चर्चा हुई. मीटिंग में चर्चा हुई कि यदि ED जमीन घोटाले में हेमंत सोरेन को गिरफ्तार करती है तो प्लान क्या होगा?
मीटिंग के बाद मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि प्लान बी की कोई बात नहीं हुई है. प्लान बी तब होगा जब प्लान ए में गड़बड़ होगी. कल हेमंत सोरेन से जब ED पूछताछ करेगी, तब सभी विधायक सीएम आवास पर मौजूद होंगे. बताया जा रहा है कि शाम को सीएम हाउस में महागठबंधन (JMM, कांग्रेस और RJD) के विधायक दल की बैठक में मुख्यमंत्री की पार्टी झारखंड मुक्ति मोर्चा के सात विधायक नहीं पहुंचे. वे कल्पना को मुख्यमंत्री बनाने की चर्चा से नाराज हैं. इनमें हेमंत सोरेन के भाई बसंत सोरेन और भाभी सीता सोरेन भी शामिल हैं.
शाम को हुई मीटिंग के बाद ज्यादा विधायक सीएम हाउस के पीछे के रास्ते से निकले. बैठक के बाद झामुमो सांसद महुआ माजी ने इंडिया टुडे टीवी से बात की और कहा कि सत्तारूढ़ गठबंधन के सभी विधायक एकजुट हैं. माजी ने कहा, "हम सब एक साथ हैं. हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन के झारखंड के मुख्यमंत्री के रूप में कार्यभार संभालने की कोई चर्चा नहीं है. हेमंत सोरेन अपना कार्यकाल पूरा करेंगे.