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बच्चों को पाकिस्तानी झंडा पकड़ने को किया मजबूर, स्कूल की मान्यता रद्द; मैनेजमेंट बोला- विभाजन दिखाने के लिए किया यूज

Ratlam News: मध्य प्रदेश के रतलाम जिले में आजादी के मौके पर यानी 15 अगस्त को एक नाटक का आयोजन किया गया. इसमें स्कूल के बच्चों ने पार्टिसिपेट किया. नाटक के दौरान एक बच्चे को पाकिस्तानी झंडा पकड़ाया गया था. पूरे मामले का वीडियो जब सामने आया, तो बवाल हो गया. पाकिस्तानी झंडे के यूज पर दक्षिणपंथी समूहों ने जमकर बवाल काटा. वहीं, स्कूल के डायरेक्टर ने इस मामले में अपनी सफाई दी.

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Edited By: India Daily Live
Primary School Pakistan Flag Controversy
Courtesy: social media

Ratlam News: रतलाम जिले का एक प्राइमरी स्कूल जांच के दायरे में है. कारण है कि 15 अगस्त को स्कूल में आयोजित एक नाटक में पाकिस्तानी झंडे का यूज किया गया था. मामले की जानकारी के बाद बुधवार को अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद यानी ABVP की ओर से जमकर विरोध प्रदर्शन किया गया और प्राइमरी स्कूल के खिलाफ मामला दर्ज करने की मांग की गई. रतलाम जिला प्रशासन ने आरोपों की जांच शुरू कर दी है.

जिला कलेक्टर राजेश बाथम ने कहा कि वे मामले की जांच कर रहे हैं, जबकि रतलाम की बाल कल्याण समिति (सीडब्ल्यूसी) ने जिला शिक्षा अधिकारी को नोटिस जारी कर स्कूल की मान्यता रद्द करने के निर्देश दिए हैं. जिला एसडीएम आरएस मंडलोई ने कहा कि ABVP ने एक स्कूल नाटक के बारे में शिकायत की थी जिसमें बच्चों ने पाकिस्तानी झंडा थामा था. हमने इस घटना की जांच के लिए एक समिति बनाई है और निष्पक्ष जांच की जाएगी.

बवाल के बाद स्कूल के डायरेक्टर क्या बोले?

स्कूल के डायरेक्टर दीपक पंथ ने बताया कि नाटक स्वतंत्रता संग्राम पर आधारित था. पंथ ने कहा कि झंडों का इस्तेमाल भारत और पाकिस्तान के विभाजन के दृश्य को दर्शाने के लिए किया गया था. इसमें दोनों देशों के झंडे थे. हमारा उद्देश्य पाकिस्तानी झंडे को बढ़ावा देना नहीं था. किसी ने एक दृश्य फिल्माया जो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया. हमारे पास स्क्रिप्ट है. हमने बच्चों को स्वतंत्रता की कहानी बताने के लिए एक नाटक का आयोजन किया. हमने माफ़ी भी मांगी है. स्कूल अधिकारी जसलीन सलूजा ने सोशल मीडिया पर एक बयान जारी कर घटना के बारे में बताया.

सलूजा ने कहा कि स्वतंत्रता दिवस पर बच्चों की ओर से शॉर्ट प्ले प्रस्तुत किया गया, जिसमें एकता, विविधता और स्वतंत्रता सेनानियों की ओर से किए गए बलिदान तथा विभाजन के दौरान भारत माता के दर्द को दर्शाया गया. ये नाटक यह भी दर्शाता है कि हमारा देश दुनिया के सबसे तेजी से बढ़ते देशों में से एक है तथा देश के लोगों के बीच शांति और सद्भाव है. लेकिन अगर कार्यक्रम के किसी भी हिस्से से किसी व्यक्ति या समुदाय की भावनाओं को ठेस पहुंची है तो हम इसके लिए गहरा खेद व्यक्त करते हैं.

वहीं, रतलाम के सीनियर एबीवीपी कार्यकर्ता सत्यम दवे ने कहा कि छात्रों को पाकिस्तानी झंडा दिया गया. इसके बावजूद जिला प्रशासन ने कोई कार्रवाई नहीं की. स्कूल प्रशासन का दावा है कि झंडा शांति का प्रतीक है, जो निंदनीय है. स्कूल में प्ले के दौरान शूट किए गए वीडियो के कुछ हिस्से को स्कूल के इंस्टाग्राम पेज पर 16 अगस्त को शेयर किया गया था. वीडियो में स्कूल के बच्चे तिरंगा झंडा लिए हुए दिख रहे थे. हालांकि, इनमें से एक बच्चे के हाथ में पाकिस्तानी झंडा दिखा.

वीडियो के वायरल होने के बाद 17 अगस्त को चाइल्ड लाइन को इस पूरे मामले की शिकायत की गई. शिकायत के बाद चाइल्ड लाइन ने रिपोर्ट बनाकर बाल कल्याण समिति को भेजा. इसके बाद बाल कल्याण समिति ने 20 अगस्त को जिला शिक्षा अधिकारी को नोटिस जारी कर जांच के निर्देश दिए.