Ration Scam Case: पश्चिम बंगाल में राशन घोटाले का मुद्दा गरमाया हुआ है. इस बीच प्रवर्तन निदेशालय (ED) को एक बड़ी सफलता हाथ लगी है. देर रात ईडी ने तृणमूल कांग्रेस नेता शंकर आध्या को गिरफ्तार किया है. यह गिरफ्तारी ईडी की टीम पर हुए हमले के एक दिन बाद की गई है. टीएमसी नेता शंकर को गिरफ्तार कर कोलकाता स्थित ईडी के मुख्यालय लाया गया है, जहां उनसे पूछताछ की जा रही है.
शंकर आध्या नेबनगांव नगर पालिका के पूर्व अध्यक्ष हैं. राशन घोटाले में उनका कनेक्शन मिला है. शंकर आध्या की पत्नी ने दावा किया है कि जांच में सहयोग करने के बाद बावजूद उनके पति को गिरफ्तार कर लिया गया है. शंकर की गिरफ्तारी का एक वीडियो भी सामने आया है, जिसमें अधिकारी उन्हें एक वाहन में अपने साथ ले जा रहे थे तब ईडी की टीम पर हमला भी हुआ है. ईडी ने कहा कि 'घोटाले में कथित भूमिका के लिए शंकर आध्या को गिरफ्तार किया गया है.
#WATCH | North 24 Parganas, West Bengal: Enforcement Directorate (ED) arrested former Bongaon Municipality Chairman Shankar Adhya, in connection with a ration scam case. pic.twitter.com/heorEuBBjb
— ANI (@ANI) January 6, 2024
सूत्रों के अनुसार, टीएमसी नेता की बनगांव में एक चावल मिल और विदेशी मुद्रा विनिमय का व्यवसाय था. इस बात की जांच की जा रही है कि क्या उन्होंने अपने बिजनेस के जरिए घोटाले में हुई काली कमाई को सफेद किया है या नहीं. पिछले दिनों से ही राशन घोटाले में ईडी की टीम पश्चिम बंगाल में शंकर आध्या और एक अन्य टीएमसी नेता सहजान शेख के ठिकानों पर छापेमारी कर रही थी. अब उसे सफलता मिली है.
बताया जा रहा है कि शंकर आध्या के घर और ससुराल में भी ईडी ने छापेमारी हुई. इस दौरान टीएमसी नेता के घर से साढ़े आठ लाख रुपये और कई अहम दस्तावेज़ मिले हैं.
राशन घोटाले की जांच कर रही एजेंसी के अनुसार, प्रदेश में लाभार्थियों के लिए सार्वजनिक वितरण प्रणाली (पीडीएस) का लगभग 30 प्रतिशत राशन खुले बाजार में भेजा गया था. जिन शंकर आध्या को गिरफ्तार किया गया है, वह पूर्व खाद्य मंत्री और वर्तमान वन मंत्री ज्योतिप्रियो मल्लिक के करीबी माने जाते हैं. शंकर साल 2015 से 2020 तक बनगांव नगर पालिका में नगरपालिका अध्यक्ष थे. वर्तमान में, वह टीएमसी जिला सलाहकार समिति के सदस्यों में से एक हैं.
सूत्रों के मुताबिक जांच के दौरान ईडी को कथित राशन वितरण घोटाले में उनकी कथित संलिप्तता मिली थी, जिसके बाद यह कार्रवाई की गई है. इससे पहले शुक्रवार को जब ईडी के अधिकारी सहजान शेख के आवास पर छापेमारी करने गए थे तो उनके करीब 800 से 1000 समर्थकों ने टीम पर हमला कर दिया था. अधिकारियों की गाड़ियों में भी तोड़फोड़ की थी.
ईडी की टीम पर हुए हमले से प्रदेश की सियासत में बवाल मचा हुआ है. राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने इस हमले को ''भयानक'' बताते हुए कहा कि हिंसा को रोकना राज्य सरकार की जिम्मेदारी है.