राष्ट्रपति भवन ने शुक्रवार (31 जनवरी) को कांग्रेस संसदीय दल की चेयरपर्सन सोनिया गांधी द्वारा राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के बारे में की गई ''Poor Lady' टिप्पणी पर कड़ी प्रतिक्रिया दी. राष्ट्रपति भवन ने इसे "अपरिपक्व" और "दुर्भाग्यपूर्ण" करार दिया. प्रेस सचिव अजय सिंह ने एक बयान में कहा कि राष्ट्रपति मुर्मू अपने भाषण के दौरान "कभी भी थकी नहीं थीं", जो संसद के बजट सत्र की शुरुआत करने के लिए दिया गया था.
राष्ट्रपति की गरिमा को ठेस पहुंचाना
राष्ट्रपति भवन के बयान में कहा गया, "राष्ट्रपति कभी भी थकी नहीं थीं.वास्तव में, उनका मानना है कि जब वह उन समुदायों की आवाज उठाती हैं जो हाशिए पर हैं, महिलाओं और किसानों के लिए बोलती हैं, तो ऐसा करना कभी थकान पैदा नहीं कर सकता." यह बयान राष्ट्रपति के कार्यालय की गरिमा को ठेस पहुंचाने वाली टिप्पणियों के संदर्भ में था. इसके अलावा, कहा गया कि ये टिप्पणियाँ "सत्य से बहुत दूर" हैं.
सोनिया गांधी का बयान पर राहुल गांधी की प्रतिक्रिया?
बजट सत्र के पहले दिन सोनिया गांधी ने राष्ट्रपति के भाषण के दौरान यह टिप्पणी की कि राष्ट्रपति "बहुत थक चुकी थीं". सोनिया को यह कहते हुए सुना गया, "राष्ट्रपति अंत में बहुत थक चुकी थीं... वह ठीक से बोल भी नहीं पा रही थीं, गरीब महिला." यह टिप्पणी सोनिया गांधी के साथ मौजूद राहुल गांधी को सुनाई दी, जबकि यह टिप्पणी उन पत्रकारों के सामने भी आई जो उनके पास मौजूद थे.
जानिए क्या बोली प्रियंका गांधी?
कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा ने सोनिया गांधी द्वारा राष्ट्रपति मुर्मू पर की गई टिप्पणी पर कहा, "मेरी मां 70-80 वर्ष की उम्र की महिला है. उन्होंने बस इतना कहा है कि 'राष्ट्रपति ने इतना लंबा भाषण पढ़ा और वे थक गई होंगी, बेचारी'... वे भारत की राष्ट्रपति का पूरा सम्मान करती हैं... वे दोनों सम्मानित लोग हैं और हमसे उम्र में बड़े हैं... उनका कोई अपमान करने का इरादा नहीं था. भाजपा ने इस देश को जिस खाई में धकेला पहले ये उसके लिए माफी मांगे.
भाषाई भेदभाव का आरोप
राष्ट्रपति भवन ने बिना किसी का नाम लिए यह भी कहा कि कुछ "नेताओं" ने शायद भारतीय भाषाओं, खासकर हिंदी, के सामान्य मुहावरे और संवाद से परिचित न होने के कारण गलत धारणा बनाई. बयान में कहा गया कि यह बयान भारतीय भाषाओं की समझ की कमी को दर्शाता है.