ये खबर पढ़ने के बाद आपका दिमाग चकरा जाएगा और आप रेप के आरोपी के दिमाग की दाद देने लगेंगे. इस आरोपी की चालबाजी देखिए कि इसने पीड़िता का रेप करने से पहले खुद को बचाने की पूरी कहानी बड़ी ही आसानी से रच डाली. नतीजा यह हुआ कि कोर्ट को उसे गिरफ्तार करने से पहले ही जमानत देनी पड़ी.
अब पूरा मामला समझ लीजिए
पुलिस ने बताया कि पीड़िता बुजुर्गों की देखभाल का काम करती हैं, जबकि आरोपी एक सरकारी कर्मचारी है. महिला का आरोप है कि उसके पार्टनर ने उससे शादी का वादा कर लिव इन में रहने के दौरान उसका कई बार रेप किया. वहीं आरोपी की तरफ से कोर्ट में पेश हुए वकील ने इसे धोखाधड़ी का मामला बताया.
अब एग्रीमेंट की वो बातें पढ़ लीजिए जिसके आधार पर आरोपी को कोर्ट ने जमानत दे दी...
दोनों के बीच जो एग्रीमेंट हुआ था उसमें सात पॉइंट हैं.
1. वे दोनों 1 अगस्त 2024 से 30 जून 2025 तक साथ रहेंगे.
2. लिव इन में रहने के दौरान वे एक-दूसरे पर यौन उत्पीड़न का केस नहीं करेंगे और शांति से रहेंगे.
3. महिला पुरुष के साथ उसके घर पर रहेगी और यदि उसे उसका व्यवहार अनुचित लगता है, तो वे एक महीने का नोटिस देकर किसी भी समय अलग हो सकते हैं.
4. जब तक महिला उसके साथ रहती है, उसके रिश्तेदार उसके घर नहीं आ सकते.
5. महिला पुरुष को किसी भी प्रकार का मानसिक उत्पीड़न नहीं पहुंचाएगी.
6. यदि इस अवधि के दौरान महिला गर्भवती हो जाती है तो पुरुष को जिम्मेदार नहीं ठहराया जाना चाहिए.
7. यदि उत्पीड़न के कारण पुरुष को मानसिक आघात पहुंचता है, जिससे उसका जीवन बर्बाद हो जाता है, तो महिला को इसके लिए जिम्मेदार ठहराया जाएगा.