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India Daily

स्वर्ग समान सजी अयोध्या, हर दिशा में सिर्फ राम,राम और राम

Ayodhya Ke Ram : वर्षों से जिस अद्भुत क्षण का इंतजार था, बस कुछ ही घंटों बाद वह अद्भुत, अविस्मरणीय पल आने वाला है, जब प्रभु श्रीराम 500 साल बाद अपने महल में विराजमान होंगे. इस अलौकिक बेला के लिए अयोध्या नगरी को स्वर्ग के सामान सजाया गया है. चारों ओर हर तरफ राम नाम की ही गूंज हैं. जहां देखो वहीं, राम हर जगह बस राम, राम और सिर्फ राम...

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Edited By: Mohit Tiwari
RAM DARBAR

हाइलाइट्स

  • 500 वर्षों के बाद अपने महल में विराजने जा रहे हैं श्रीरामलला
  • पूरे देश में उत्सव का माहौल, राममय हो गया विश्व

Ayodhya Ke Ram : बस कुछ घंटों में जगत के राजा प्रभु श्रीराम अपने नवनिर्मित राजमहल स्वरूप मंदिर में अपने बालस्वरूप में विराजमान होने जा रहे हैं. उनके बाल स्वरूप के विग्रह की प्राण प्रतिष्ठा का साक्षी आज पूरा विश्व होने जा रहा है. इस अद्भुत और विस्मरणीय बेला का साक्षी बनने के लिए संत, महामंडलेश्वर, मंडलेश्वर, श्रीमहंत, महंत, नागा सहित 50 से अधिक आदिवासी, गिरिवासी, तातवासी, द्वीपवासी आदिवासी परंपराओं के प्रमुख व्यक्तियों को भी शामिल रहने के लिए बुलाया गया है. 

इस सुरम्य अनुपम बेला के लिए अयोध्या नगरी को स्वर्ग के समान सजाया गया है. इसके साथ ही पूरे देश में भी लोगों ने दीपावली के समान ही अपने घरों को भी सजाया है. हर कोई रामलला के विग्रह की प्राणप्रतिष्ठा की उस अनुपम बेला का साक्षी होने का बेसब्री से इंतजार कर रहा है. सिर्फ भारत ही अपितु पूरे विश्व में इस उत्सव को धूमधाम से मनाया जा रहा है. पूरे देश में लोग दीपावली की तरह इस ऐतिहासिक उत्सव को मना रहे हैं. 

कई परंपराओं को भी मिलेगा स्थान

इस अविस्मरणीय कार्यक्रम में शैव, वैष्णव, शाक्त, गाणपत्य, पात्य, सिख, बौद्ध, जैन, दशनाम शंकर, रामानंद, रामानुज, निम्बार्क, माध्व, विष्णु नामी, रामसनेही, घिसापंथ, गरीबदासी, गौड़ीय, कबीरपंथी, वाल्मीकि, शंकरदेव (असम), माधव देव, इस्कॉन, रामकृष्ण मिशन, चिन्मय मिशन, भारत सेवाश्रम संघ, गायत्री परिवार, अनुकूल चंद्र ठाकुर परंपरा, ओडिशा के महिमा समाज, अकाली, निरंकारी, नामधारी (पंजाब), राधास्वामी और स्वामीनारायण, वारकरी, वीर शैव आदि कई परंपराएं भी भाग लेने वाली हैं. 

प्राण प्रतिष्ठा के बाद होंगे रामलला के अद्भुत स्वरूप के दर्शन

अयोध्या में आमंत्रित सभी जन प्राणप्रतिष्ठा के बाद प्रभु श्रीरामलला के अद्भुत स्वरूप का दर्शन कर सकेंगे. रामलला के दर्शन के लिए क्रिकेट, फिल्म, संत समाज, राजनीति, कलास साहित्य, संस्कृति, बिजनेस आदि जगत की बड़ी-बड़ी हस्तियां आ रही हैं. सभी प्रभु श्रीराम का दर्शन कर खुद के जीवन को कृतार्थ करेंगे. 

अभेद हुई राम की नगरी अयोध्या

प्रभु श्रीराम की नगरी अयोध्या को थल,जल और नभ तीनों से अभेद बना दिया गया है. यहां की सुरक्षा  को येलो और रेड जोन में बांटा गया है. इसके लिए कमांडो, एसपीजी, एनएसजी ब्लैक कैट कमांडो, सीआरपीएफ कोबरा, सीआईएसएफ, आरएएफ,एनडीआरएफ आदि को तैनात किया गया है. चप्पे-चप्पे पर सुरक्षा कर्मियों के साथ ही अहम लोकेशंस पर स्नाइपर्स की भी मौजूदगी रहेगी. 

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बताया स्वर्णिम अध्याय

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने श्रीरामलला के नूतन विग्रह की प्राण प्रतिष्ठा को सनातन संस्कृति के इतिहास का एक स्वर्णिम अध्याय बताया है. उन्होंने सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए लिखा है कि 'मानव सभ्यता और सनातन संस्कृति के इतिहास में कल एक स्वर्णिम अध्याय जुड़ने जा रहा है.500 वर्षों के एक लंबे अंतराल के उपरांत कल मर्यादा पुरुषोत्तम प्रभु श्री रामलला अपनी जन्मभूमि पर, श्री अयोध्या धाम में पुनर्निर्मित भव्य एवं दिव्य मंदिर में विराजने जा रहे हैं.
आदरणीय प्रधानमंत्री की गरिमामयी उपस्थिति में कल श्री रामलला के नूतन विग्रह की प्राण-प्रतिष्ठा होगी.

हम सभी राममय हैं, शक्तिमय हैं, अयोध्यामय हैं, श्रद्धावनत हैं...'