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Ram Mandir: हर ऋतु में बदलेंगे रामलला के वस्त्र और भोग... सीधे प्रसाद नहीं चढ़ा सकेंगे भक्त, पहले ट्रस्ट कार्यालय में करना होगा जमा

Ram Mandir: रामलाल के दर्शन करने जाने वाले श्रद्धालु भगवान को प्रसाद या फूल माला नहीं चढ़ा पाएंगे. इसके लिए उन्हें सामग्री पहले ट्रस्ट कार्यालय में जमा कराना होगा.

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Edited By: Aparajita Singh
राम मंदिर

हाइलाइट्स

  • देश भर से आ रहे हैं रामलला के लिए प्रसाद
  • पहले होगी प्रसाद की जांच, फिर चढ़ाया जाएगा

Ram Mandir: 23 जनवरी से ही अयोध्या में आम लोगों के लिए दर्शन खुलने साथ राम मंदिर में भाड़ी भीड़ है. रामलला के दर्शन के लिए उमड़ा जन सैलाब न सिर्फ सुरक्षा कर्मियों के लिए बल्कि मंदिर ट्रस्ट के लिए भी चुनौती बन गई है. देश के कोने-कोने से भक्त रामलला के दर्शन के लिए अयोध्या पहुंच रहे हैं. इसी बीच श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की ओर से एक महत्वपूर्ण जानकारी सामने आई है. दरअसल अयोध्या जाने वाले भक्त रामलला को सीधे तौर पर प्रसाद या फूल-माला नहीं चढ़ा पाएंगे. 

पहले होगी जांच

श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष गोविंद देवगिरि के अनुसार, श्रद्धालुओं को भगवान को प्रसाद चढ़ाने की अनुमति नहीं होगी. राम मंदिर में भक्त सीधे भगवान राम को प्रसाद नहीं चढ़ा पाएंगे. उन्हें कुछ भी चढ़ाने से पहले ट्रस्ट कार्यालय में जमा कराना होगा. इसके बाद कार्यालय में उसकी जांच की जाएगी. जांच के बाद ही कुछ भी रामलला को चढ़ाया जाएगा. हालांकि दर्शन करने जाने वाले सभी भक्तों को वहां लड्डू का प्रसाद मिलता रहेगा.

हर ऋतु में बदलेंगे रामलला के वस्त्र 

गोविंद देवगिरि ने बताया कि हर ऋतु के अनुसार रामलला के वस्त्र बदले जाएंगे. इसके साथ ही भगवान राम का भोग भी ऋतुओं के अनुसार ही होगा. अलग-अलग त्योहारों के मौके पर भिन्न-भिन्न तरह के नैवेद्य चढ़ाए जाएंगे साथ ही अन्नकूट भी चलता रहेगा. इसके साथ ही रामलला को 56 भोग भी चढ़ाया जाएगा. गोविंद देवगिरि ने कहा कि यह राजकुमार का मंदिर है और राजकुमार का लाड तो राजा से भी ज्यादा किया जाता है.  

तिरुपति से आए 1 लाख से अधिक लड्डू 

रामलला के लिए देश-भर से प्रसाद भेजा जा रहा है. गोविंद देवगिरि के अनुसार, एक लाख से ज्यादा लड्डू तिरुपति से आए हैं. इसके साथ ही अलग-अलग जगहों से कई प्रकार की मिठाईयां भी रामलला के लिए आई हैं. इन सभी मिठाइयों का भोग नैवेद्य होता है और इस प्रसाद को मंदिर आए लोगों में वितरित किया जा रहा है.

पीएम मोदी की तारीफ की 

गोविंद देवगिरि ने प्रधानमंत्री मोदी की तारीफ करते हुए कहा कि पीएम का उपवास था और उनका उपवास खुलवाना हमारा कर्तव्य था. उन्होंने बताया कि हमने उनके लिए गुनगुने जल में थोड़ा शहद और नींबू मिला कर रखा था. लेकिन जब पीएम प्राण प्रतिष्ठा के बाद गर्भ गृह से बाहर निकले तो उन्होंने मुझे पास बुलाकर कहा कि 'मैं चरणामृत पीकर उपवास खोलना चाहता हूं'. उन्होंने आगे कहा कि पीएम जो भी खाते-पीते हैं, उसकी एसपीजी द्वारा पहल ही जांच की जाती है. हमने जो जल तैयार किया था, उसकी जांच पहले ही हो चुकी थी लेकिन अचानक उन्होंने चरणामृत मांग कर अपनी भक्ति जाहिर की है.