Ramlalla: अयोध्या में रामलला के दर्शन के लिए लाखों श्रद्धालु हर रोज पहुंच रहे हैं. उनकी एक झलक पाने के लिए हर राम भक्त आतुर नजर आ रहे हैं. इसी को लेकर रामलला की मूर्ति बनाने वाले अरूण योगीराजन ने एक अनोखी बात कही है. जो लोगों के बीच चर्चा का विषय बनी हुई है.
22 जनवरी को हुई प्राण प्रतिष्ठा
22 जनवरी को अयोध्या में भव्य रामलला की प्रतिमा का प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम संपन्न हुआ. जिसमें देशभर के तमाम अतिथियों ने शिरकत की. तब से लेकर अयोध्या में मानों राम भक्तों की भारी भीड़ देखने को मिल रही है. ऐसा लग रहा है स्वयं भगवान राम अयोध्या में आकर विराजमान हो गए हों.
इसी बीच रामलला की मूर्ति बनाने वाले अरूण योगीराज भी अयोध्या में दर्शन करने पहुंचे. रामलला के दर्शन के बाद उन्होंने कहा कि प्राण प्रतिष्ठा के बाद से ही रामलला अलग रूप में नजर आ रहे हैं. जब इस मूर्ति का निर्माण किया जा रहा था उस समय ये मूर्ति अलग रूप में थी. एक टीवी चैनल को इंटरव्यू देते हुए योगीराज ने कहा कि रामलला देख कर विश्वास नहीं हो पा रहा कि ये मेरा काम है. भगवान के अलंकरण के बाद पूरी तरह से बदल गए हैं. अब भगवान ने अपना रूप ले लिया है.
पांच साल के भगवान को बनाने को लेकर थी चुनौती
अरूण योगीराज ने ये भी बताया कि पिछले सात महीनें उनके लिए विशेष रूप से चुनौतीपूर्ण रहे. क्योंकि उनको रामलला की मूर्ति बनाने की जिम्मेदारी दी गई थी. उनको इस बात की चिंता बनीं रहती थी कि हम पांच साल के बालक स्वरूप भगवान रामलला की मूर्ति कैसी बनाई जाए. क्योंकि पांच साल के अंदर ही भगवान राम को ढूंढना था.