Rameshwaram Cafe Blast: बेंगलुरु के रामेश्वरम कैफे विस्फोट केस में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने तीन राज्यों में कई स्थानों पर छापेमारी के बाद एक मुख्य साजिशकर्ता को गिरफ्तार कर लिया है. एनआईए ने गुरुवार को एक प्रेस नोट में कहा कि मुजम्मिल शरीफ को सह-साजिशकर्ता के रूप में उठाया गया और हिरासत में रखा गया.
एजेंसी ने कहा कि दो अन्य आरोपी मुसाविर शाजीब हुसैन और अब्दुल मथीन ताहा अभी भी फरार हैं. जांच एजेंसी को आशंका है कि शरीफ ने अन्य दो आरोपियों को मदद पहुंचाने का काम किया था. 3 मार्च को इस केस को अपने हाथ में लेने वाली एनआईए ने पहले मुख्य आरोपी शजीब की पहचान की थी, जिसने कथित तौर पर विस्फोट को अंजाम दिया था.
NIA Arrests 1 in Rameshwaram Cafe Blast Conspiracy After Massive Multi-State Raids pic.twitter.com/QI4ZpvBpQV
— NIA India (@NIA_India) March 28, 2024
अब्दुल मथीन ताहा की पहचान कर ली गई है जो अन्य मामलों में भी एजेंसी के रडार पर है. ताहा पहली बार जनवरी 2020 में बेंगलुरु में दर्ज आईएस कट्टरपंथ मामले के सिलसिले में एजेंसियों के निशाने पर आया था. शरीफ की गिरफ्तारी एनआईए की टीमों ने कर्नाटक में 12, तमिलनाडु में पांच और उत्तर प्रदेश में एक जगह समेत 18 स्थानों पर छापेमारी के बाद हुई है.
छापेमारी 17 मार्च (बुधवार) को की गई, जिसमें तीन पहचाने गए संदिग्धों के घरों के साथ-साथ उनके जानकारों के घरों और दुकानों पर भी छापा मारा गया था. तलाशी के दौरान जांच एजेंसी ने नकदी और अलग-अलग डिजिटल डिवाइज जब्त किए थे.
टोपी और मुखौटा पहने मुख्य संदिग्ध ने व्हाइटफील्ड के पास ब्रुकफील्ड क्षेत्र में एक रेस्टोरेंट में एक बैग में छुपाकर बम रखा गया था. इस विस्फोट में दस लोग घायल हुए थे. एनआईए ने हमलावरों के बारे में कोई भी सूचना देने वाले को 10 लाख रुपये का नगद इनाम देने की घोषणा की थी. साथ ही साथ संदिग्ध के बारे में ज्यादा से ज्यादा जानकारी हासिल करने के लिए सीसीटीवी तस्वीरें और वीडियो भी जारी किए थे.