राकेश टिकैत ने आदिवासी आंदोलन का किया समर्थन, बोले- 'रायपुर या दिल्ली पहुंचकर उठानी पड़ेगी हक की आवाज....'
Rakesh Tikait: भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत बुधवार को सुकमा पहुंचे. जहां उन्होंने यहां के आदिवासी किसानों से मुलाकात की और उनका हाल-चाल जाना.
नई दिल्ली: भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत बुधवार को सुकमा पहुंचे. जहां उन्होंने यहां के आदिवासी किसानों से मुलाकात की और उनका हाल-चाल जाना. किसान नेता राकेश टिकैत छत्तीसगढ़ के नारायणपुर में आदिवासियों के आंदोलन को समर्थन देने पहुंचे. उन्होंने कहा कि जल, जंगल और जमीन के असली हकदार आदिवासी हैं. आदिवासियों के संघर्ष का किसान पूरा साथ देंगे.
राकेश टिकैत ने कहा कि यहां विकास नहीं सिर्फ विनाश हो रहा है. दिल्ली दूर है इसलिए आदिवासी किसानों को अपनी आवाज बुलंद करने जंगल से निकलना पड़ेगा. रायपुर या दिल्ली पहुंचकर हक की आवाज उठानी पड़ेगी. यदि यहां का कोई आदिवासी अपनी जमीन बचाने हक की लड़ाई लड़ता है तो उसे नक्सली बता दिया जाता है.
पिछले 4 दशकों से बस्तर नक्सलवाद का दंश झेल रहा है और पुलिस और नक्सलियों के बीच भोले भाले निर्दोष ग्रामीण बेवजह मारे जा रहे हैं. ऐसे में सरकार को जल्द ही नक्सलवाद को समाप्त करने के लिए बातचीत के जरिए ही रास्ता निकाला जाना चाहिए.
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