Lok Sabha Session: 18वीं लोकसभा का संसद सत्र चल रहा है. पांचवें दिन विपक्ष NEET के मामले पर विरोध कर रहा था. इसी दौरान कांग्रेस की राज्यसभा सांसद फूलो देवी नेताम (Phulo Devi Netam) तबीयत बिगड़ गई है. आनन फानन में उन्हें साथी सांसदों ने उठाया और एम्बुलेंस के जरिए उन्हें अस्पताल पहुंचाया. उन्हें RML अस्पताल में भर्ती कराया गया है. बताया जा रहा है कि NEET मुद्दे पर सदन के वेल में प्रदर्शन चल रहा था. इसी दौरान नेताम को चक्कर आ गया. आइये जानें कांग्रेस सांसद फूलो देवी नेताम की पूरी प्रोफाइल.
फूलो देवी नेताम छत्तीसगढ़ के बस्तर इलाके से आती हैं. वो मूल रूप से कोंडागांव की रहने वाली हैं. अभी राज्यसभा में वो कांग्रेस का प्रतिनिधित्व करती हैं. नेताम छत्तीसगढ़ महिला कांग्रेस की अध्यक्ष रह चुकी हैं. नेताम 14 सितंबर 2020 को छत्तीसगढ़ से राज्यसभा के लिए चुनी गईं थीं. आइये जानें नेताम के बारे में पूरी डिटेल.
#WATCH | Congress party's Rajya Sabha MP Phulo Devi Netam being taken away in an ambulance from Parliament after she felt dizzy and fell. She was protesting in the Well of of the House over NEET issue when the incident happened. She is being taken to RML hospital. pic.twitter.com/ljyXgCfuMA
— ANI (@ANI) June 28, 2024
प्रमुख आदिवासी चेहरा
फूलो देवी नेताम कोंडागांव केशकाल के फरसगांव की रहने वाली हैं. इससे पहले वो केशकाल से विधायक रह चुकी हैं. 2009 में कांकेर से उन्होंने लोकसभा चुनाव भी लड़ा था लेकिन वे हार गई थी. छत्तीसगढ़ नेताम प्रमुख आदिवासी चेहरा हैं. महिलाओं के बीच अच्छी पकड़ के साथ ही वो एक सक्रिय कार्यकर्ता हैं. ऐसे में संगठन में उनकी अच्छी पकड़ है. इसी कारण उनको राज्यसभा भेजा गया था. बताया जा रहा है कि झीरम हमले के वक्त फूलोदेवी नेताम मौके पर मौजूद थीं.
साल 2023 में फूलो देवी नेताम ने छत्तीसगढ़ महिला कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था. नेताम पिछले 7 सालों से प्रदेश महिला कांग्रेस अध्यक्ष के पद पर काबिज थीं. हालांकि उनका कार्यकाल पूरा हो चुका था. इसके बाद उन्होंने इस्तीफा दिया था. इस्तीफे में उन्होंने तर्क दिया था कि वो 7 साल से इस पद पर काम कर रही हैं. इस कारण इस्तीफा दे रही हैं जिससे अन्य महिला नेताओं को मौका मिल सके.
10 जनवरी 1972 को आलोर गांव में आयतु राम कोर्राम और कौशल्या कोर्राम के घर फूलो देवी नेताम का जन्म हुआ था. उन्होंने गांव और पास के कस्बे से ही अपनी 12वीं तक की शिक्षा पूरी की. इसके बाद साल 1991 में उनका विवाह तुलसी दास नेताम के साथ हो गया. फूलो देवी के दो बेटे हैं.
1995 में फरसगांव जनपद पंचायत अध्यक्ष बनीं
1998 में केशकाल विधानसभा क्षेत्र की विधायक
2015-23 तक प्रदेश महिला कांग्रेस अध्यक्ष का पद संभाल रही
2020 में कांग्रेस के टिकट पर छत्तीसगढ़ से ऊपरी सदन में पहुंची
पिछली संसद में उन्हें राज्यसभा की विशेषाधिकार समिति ने सदन की कार्यवाही में बाधा डालने के लिए दोषी ठहराया था. उनके साथ ही 12 विपक्षी सांसदों को दोषी बताया गया था. गुरुवार को विशेषाधिकार पैनल ने रिपोर्ट पेश की और कहा फूलो देवी को भविष्य में ईमानदारी से अनुकरणीय आचरण का पालन करना चाहिए.