Rajnath Singh On Emergency: मोदी सरकार के शासन में विपक्ष के नेताओं को जेल भेजने के आरोपों पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने विपक्ष को जवाब दिया है. राजनाथ सिंह ने कांग्रेस के शासन में लगाए गए इमरजेंसी का जिक्र करते हुए कहा कि देश में इमरजेंसी लगाकर तानाशाही थोपने वाले लोग हमारे ऊपर आरोप लगा रहे हैं.
समाचार एजेंसी एएनआई को दिए गए एक इंटरव्यू में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने अपनी मां के निधन की घटना का जिक्र किया है. राजनाथ सिंह ने कहा कि इमरजेंसी के दौरान मैं जेल में बंद था और मां की अंतिम क्रिया के लिए मुझे पैरोल तक नहीं मिला था. रक्षा मंत्री ने भावुक होते हुए कहा कि आगे मैं अपनी मां के अंतिम दर्शन भी नहीं कर पाया था.
राजनाथ सिंह ने कहा कि देश में जब आपातकाल लगा था तब मैं जेल में बंद था. उसी दौरान मेरी मां की तबीयत खराब थी और उन्हें वाराणसी के माता अमृतानंदमयी अस्पताल में एडमिट कराया गया था. 27 दिन तक अस्पताल में रहने के बाद ब्रेन हेमरेज के चलते मेरी मां की निधन हो गया. उन्होंने कहा कि मुझे मेरी मां की अंतिम क्रिया के लिए भी पेरोल नहीं दी गई.
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इस दौरान पाकिस्तान को भी दो टूक संदेश दिए हैं. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान से मैं अपेक्षा करता हूं कि वह आतंकवाद के जरिए भारत को अस्थिर करने की कोशिश नहीं करें. उन्होंने कहा कि अगर पाकिस्तान ऐसा करता है तो उसे इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा. उन्होंने आगे कहा कि पाकिस्तान आतंकवाद पर काबू पाने की कोशिश करें और अगर उन्हें ऐसा लगता है कि वह आतंकवाद पर काबू नहीं पा सकता है तो तो वह भारत की मदद ले सकता है.
भारत की जमीन पर चीन की ओर से कब्जा किए जाने के सवाल पर प्रतिक्रिया देते हुए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार के रहते हुए भारत की एक इंच जमीन पर भी कोई कब्जा नहीं कर सकता है. उन्होंने कहा कि हम अपनी जमीन नहीं जाने देंगे. इस दौरान PoK को लेकर उन्होंने कहा कि पीओके हमारा था, है और रहेगा.