Gujarat Hospital Video Leaked: गुजरात के एक अस्पताल के लेबर रूम से महिला मरीजों के सीसीटीवी फुटेज के वीडियो टेलीग्राम और यूट्यूब पर अपलोड होने का मामला सामने आया है. साइबर क्राइम ब्रांच ने वीडियो वायरल होने के बाद जांच शुरू कर दी है. पुलिस के अनुसार, इन वीडियो में महिला डॉक्टरों द्वारा मरीजों की जांच और नर्स द्वारा इंजेक्शन लगाते हुए दृश्य देखे जा सकते हैं.
साइबर क्राइम ब्रांच ने शुरू की जांच
आपको बता दें कि सहायक पुलिस आयुक्त (एसीपी) साइबर क्राइम हार्दिक मकडिया ने बताया कि आरोपियों ने यूट्यूब चैनल के जरिए टेलीग्राम ग्रुप बनाया था, जहां इन वीडियो को अपलोड किया गया. उन्होंने कहा, ''आरोपी ने यूट्यूब पर सात वीडियो अपलोड किए और विवरण में टेलीग्राम समूह का लिंक साझा किया.''
पैसों के लिए किया वीडियो का इस्तेमाल
बता दें कि मकडिया ने बताया कि टेलीग्राम ग्रुप के जरिए सदस्यता शुल्क लेकर वीडियो दिखाए जा रहे थे. उन्होंने कहा, ''आरोपी ने नए सदस्यों को आकर्षित करने के लिए वीडियो के स्क्रीन ग्रैब साझा किए थे.'' प्रारंभिक जांच में पता चला कि टेलीग्राम ग्रुप पिछले साल सितंबर में बनाया गया था और यूट्यूब चैनल इस साल जनवरी में लॉन्च हुआ.
वीडियो में गुजराती भाषा की बातचीत
पुलिस के अनुसार, यूट्यूब चैनल पर अपलोड किए गए सात वीडियो अस्पताल के लेबर रूम के सीसीटीवी फुटेज से लिए गए हैं. एक वीडियो में नर्स और महिला मरीज को गुजराती में बातचीत करते हुए सुना जा सकता है. हालांकि, अब तक अस्पताल की पहचान नहीं हो पाई है.
एफआईआर दर्ज करने की प्रक्रिया जारी
वहीं एसीपी मकडिया ने कहा कि मामले में एफआईआर दर्ज करने की प्रक्रिया चल रही है और जल्द ही आरोपियों की पहचान कर कानूनी कार्रवाई की जाएगी.
राजकोट विधायक ने की जांच की मांग
बताते चले कि सूत्रों के अनुसार, वायरल वीडियो राजकोट के एक प्रसूति अस्पताल के लेबर रूम के हैं. राजकोट पश्चिम से भाजपा विधायक डॉ. दर्शिता शाह ने कहा, ''मैंने पुलिस से इस गंभीर मामले की गहन जांच करने को कहा है.''
अस्पताल प्रशासन का बयान
इसके अलावा, राजकोट के पायल अस्पताल के एक अधिकारी ने कहा, ''किसी ने हमारे सीसीटीवी फुटेज को हैक किया होगा. हमने कोई गलत काम नहीं किया है और हम पुलिस की जांच में पूरा सहयोग करेंगे.''