Rajkot Gaming Zone Tragedy: राजकोट गेमिंग जोन हादसे में एक टॉप पुलिस अधिकारी का ट्रांसफर कर दिया गया है. साथ ही केस के चौथे आरोपी की भी गिरफ्तारी की गई है. पुलिस फिलहाल दो अन्य आरोपियों की तलाश में जुटी है. चौथे आरोपी की पहचान धवल ठक्कर के रूप में हुई है. पुलिस की कार्रवाई के अलावा राज्य सरकार की ओर से भी मामले में कार्रवाई जारी है. गुजरात सरकार ने दो पुलिसकर्मियों और नगर निगम कर्मचारियों समेत 7 अधिकारियों को सस्पेंड कर दिया है. उधर, गुजरात हाई कोर्ट ने भी मामले को लेकर राज्य सरकार की आलोचना की है. साथ ही घटना को लेकर जवाब मांगा है.
राजकोट अग्निकांड में 25 मई को 27 से अधिक लोगों की मौत हो गई थी. अधिकारियों ने बताया कि मामले से जुड़े चौथे आरोपी धवल ठक्कर को राजस्थान के अबू रोड से गिरफ्तार किया गया. हादसे के बाद से वो फरार था. पुलिस ने मामले में कुल 6 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है. तीन आरोपियों को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है.
सोमवार को 7 अफसर सस्पेंड
गुजरात सरकार ने सोमवार को 7 अधिकारियों को सस्पेंड कर दिया. आरोप है कि आवश्यक मंजूरी के बिना गेमिंग जोन को संचालित करने की अनुमति देने में घोर लापरवाही बरती गई है. गुजरात के गृह मंत्री हर्ष संघवी ने कहा कि स्पेशल इन्विस्टिगेशन टीम की ओर से सौंपी गई रिपोर्ट के आधार पर अधिकारियों को सस्पेंड कर दिया गया है. मंत्री ने कहा कि पुलिस ने कुछ लोगों को हिरासत में भी लिया है और इसमें शामिल अन्य लोगों की गिरफ्तारी के लिए 17 टीमें बनाई गई हैं.
- गृह मंत्री ने कहा कि पीड़ितों के डीएनए वैरिफिकेशन की प्रक्रिया चल रही है और जल्द ही उनके परिवारों से संपर्क किया जाएगा. आइए, जानते हैं कि राजकोट अग्निकांड में अब तक के लेटेस्ट अपडेट्स क्या हैं?
- गुजरात सरकार ने राजकोट नगर निगम के नगर नियोजन विभाग के सहायक अभियंता जयदीप चौधरी, आरएमसी के सहायक नगर नियोजक गौतम जोशी, राजकोट सड़क एवं भवन विभाग के उप कार्यकारी अभियंता एमआर सुमा और पारस कोठिया तथा पुलिस निरीक्षक वीआर पटेल और एनआई राठौड़ को निलंबित कर दिया है.
- गेम जोन के छह पार्टनर्स और एक अन्य आरोपी के खिलाफ गैर इरादतन हत्या समेत विभिन्न आरोपों के तहत FIR दर्ज की गई है.
- टीआरपी गेम जोन के प्रबंधक नितिन जैन और गेम जोन के मालिक युवराज सिंह सोलंकी को पहले ही गिरफ्तार कर लिया गया था और चौथे आरोपी धवल ठक्कर को सोमवार शाम को गिरफ्तार किया गया.
- गुजरात हाई कोर्ट ने राजकोट गेमिंग जोन अग्निकांड का स्वतः संज्ञान लेते हुए राज्य के अधिकारियों पर कड़ी फटकार लगाई. कोर्ट ने इसे मानव निर्मित आपदा कहा और पूछा कि क्या नगर निगम ने अपने आस-पास बन रही इतनी बड़ी संरचना पर आंखें मूंद ली हैं. कोर्ट ने ये भी कहा कि 2021 से, जब गेम सेंटर की स्थापना की गई थी, तब से आयुक्तों को जवाबदेह ठहराया जाएगा और उन्हें अलग-अलग हलफनामे प्रस्तुत करने का निर्देश दिया.
- शवों की पहचान के बारे में गृह मंत्री ने कहा कि डीएनए जांच का तीसरा फेज आज आएगा और सरकार उन परिवारों से संपर्क करेगी जिनके डीएनए का मिलान होगा. उन्होंने कहा कि 26 से अधिक सैंपल जुटाए हैं और कुल 55-56 सैंपल का मिलान किया जाना है.
- मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने घटनास्थल का निरीक्षण किया और संबंधित विभागों को ऐसी गंभीर घटना के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ सख्त और दंडात्मक कार्रवाई करने के निर्देश दिए. राज्य सरकार ने एक विशेष जांच दल का गठन किया है और प्रत्येक मृतक के परिजनों को 4 लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है, जबकि केंद्र ने 2 लाख रुपये की अनुग्रह राशि की घोषणा की है.