नई दिल्ली: सचिन पायलट और अशोक गहलोत के बीच सियासी अनबन की खबरें सुर्खियां बनती रही है. बीते दिनों बीजेपी नेता अमित मालवीय की ओर से पूर्व केंद्रीय मंत्री राजेश पायलट को लेकर की गयी टिप्पणी के बाद अशोक गहलोत ने बीजेपी पर निशाना साधा है.
दरअसल अमित मालवीय ने ट्वीट करते हुए लिखा कि "राजेश पायलट और सुरेश कलमाड़ी भारतीय वायुसेना के उन विमानों को उड़ा रहे थे जिन्होंने 5 मार्च 1966 को मिज़ोरम की राजधानी आइजोल पर बम गिराए. बाद में दोनों कांग्रेस के टिकट पर सांसद और सरकार में मंत्री भी बने. स्पष्ट है कि नार्थ ईस्ट में अपने ही लोगों पर हवाई हमला करने वालों को इंदिरा गांधी ने बतौर इनाम राजनीति में जगह और सम्मान दिया.
अमित मालवीय की ओर से इस बयान के बाद राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की भी कड़ी प्रतिक्रिया सामने आयी है. अशोक गहलोत ने ट्वीट करते हुए लिखा कि "कांग्रेस नेता राजेश पायलट भारतीय वायुसेना के वीर पायलट थे. उनका अपमान करके BJP भारतीय वायुसेना के बलिदान का अपमान कर रही है. इसकी पूरे देश को निंदा करनी चाहिए"
कांग्रेस नेता श्री राजेश पायलट भारतीय वायुसेना के वीर पायलट थे।
— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) August 16, 2023
उनका अपमान करके भाजपा भारतीय वायुसेना के बलिदान का अपमान कर रही है। इसकी पूरे देश को निंदा करनी चाहिए।
अमित मालवीय के इस ट्टीट के बाद सचिन पायलट ने ट्वीट करते हुए कहा कि "आपके पास गलत तारीखें और गलत तथ्य हैं. हां भारतीय वायु सेना के पायलट के रूप में मेरे दिवंगत पिता ने बम गिराए थे लेकिन वे 1971 के भारत-पाक युद्ध के दौरान तत्कालीन पूर्वी पाकिस्तान पर गिराए थे ना कि जैसा कि आप दावा करते हैं कि 5 मार्च 1966 को मिजोरम पर. राजेश पायलट 29 अक्टूबर 1966 को ही भारतीय वायुसेना में शामिल किया गया था"
सचिन पायलट ने अपने ट्वीट में एक प्रमाणपत्र को अटैच करते हुए लिखा कि "हां 80 के दशक में एक राजनेता के रूप में मेरे पिता ने मिजोरम में युद्ध विराम करवाने और स्थाई शांति संधि स्थापित करवाने में महत्वपूर्ण भूमिका जरूर निभाई थी. स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं, जय हिन्द'
.@amitmalviya - You have the wrong dates, wrong facts…
— Sachin Pilot (@SachinPilot) August 15, 2023
Yes, as an Indian Air Force pilot, my late father did drop bombs. But that was on erstwhile East Pakistan during the 1971 Indo-Pak war and not as you claim, on Mizoram on the 5th of March 1966.
He was commissioned into the… https://t.co/JfexDbczfk pic.twitter.com/Lpe1GL1NLB
मणिपुर हिंसा को लेकर संसद में लाए गए अविश्वास प्रस्ताव पर पीएम मोदी ने कांग्रेस शासनकाल में हुई घटनाओं का जिक्र किया था. पीएम मोदी ने कहा कि पांच मार्च 1966 कांग्रेस ने मिजोरम में असहाय नागरिकों पर अपनी वायुसेना से हमला करवाया था. क्या मिजोरम के लोग भारत के नागरिक नहीं थे. निर्दोष नागरिकों पर कांग्रेस ने हमला करवाया था. आज भी पांच मार्च को पूरा मिजोरम शोक मनाता है. कांग्रेस ने इस सच को छिपाया, कभी घाव भरने की कोशिश नहीं की. उस वक्त इंदिरा गांधी पीएम थी.
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