Rajasthan Politics: राजस्थान में भारतीय जनता पार्टी ने जीत हासिल की है. भले ही बीजेपी ने राज्य में जीत का परचम लहराया हो लेकिन मुख्यमंत्री पद को लेकर सस्पेंस बरकरार है. राजस्थान (Rajasthan) में वसुंधरा राजे (vasundhara raje) ने सियासी ताकत दिखाकर दिल्ली तक में हलचल तेज कर दी है. वहीं, बीजेपी सूत्रों की मानें तो तीनों ही राज्यों में किसी नए चेहरे को मुख्यमंत्री बनाने की बात चल रही है. इस बीच वसुंधरा राजे को दिल्ली बुलाया गया है. वसुंधरा आज रात ही दिल्ली पहुंचेंगी और फिर पार्टी के आला नेताओं के साथ उनकी बैठक होगी.
हालांकि, वसुंधरा राजे ने जिस तरह से अपने समर्थन में 40 विधायकों को आगे किया है उससे आलाकमान की मुश्किलें भी बढ़ती दिख रही हैं. यही कारण है कि अब दिल्ली से वसुंधरा राजे को फोन लगाया गया है. वसुंधरा राजे ने पार्टी आलाकमान को जवाब भी दिया है. उन्होंने कहा है कि मुझे पार्टी का अनुशासन पता है.
गौर करने वाली बात है कि राजस्थान में मुख्यमंत्री को लेकर अभी भी मंथन जारी है. वसुंधरा राजे गुट का कहना है कि बीजेपी को वसुंधरा की ताजपोशी करनी चाहिए लेकिन बाबा बालकनाथ का नाम सामने आने के बाद राजस्थान की सियासत में हलचल तेज हो गई है. वसुंधरा को भी कहीं ना कही इस बात का डर है कि उन्हें इस बार सीएम ना बनाया जाए. यही वजह है कि वसुंधरा अपनी ताकत दिखाकर दिल्ली को इस बात का अहसास कराना चाहती है कि वो ही राजस्थान की असली महारानी हैं.
3 दिसंबर को राजस्थान में भाजपा को बहुमत मिलने के बाद से मुख्यमंत्री चेहरे को लेकर चर्चा शुरू हो गई थी. प्रदेश का मुख्यमंत्री बनने की रेस में कई नाम हैं. इनमें वसुंधरा राजे, अर्जुन राम मेघवाल, गजेंद्र सिंह शेखावत, राजेंद्र राठौड़, दीया कुमारी, बाबा बालकनाथ और ओम बिरला का नाम भी शामिल है. सीएम की रेस में कई नाम होने के कारण वसुंधरा राजे राजस्थान में लगातार सक्रिय थीं, उन्होंने विधायकों को डिनर पर भी बुलाया था. फिलहाल, राजे को दिल्ली बुलाए जाने को लेकर कयासों का दौर जारी है.