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नोटों की गद्दी से भरे बैग, सोने-चांदी और प्लॉट, नागौर में तीन जाट भाइयों ने भरा 3 करोड़ का मायरा, देखें वीडियो

राजस्थान के नागौर जिले में मायरा देने की परंपरा सदियों पुरानी है. इस परंपरा के तहत जब किसी बहन के बच्चे की शादी होती है, तो भाई अपनी बहन के लिए उपहार, नकदी और आभूषण भेंट करते हैं. नागौर का मायरा हर बार अपनी भव्यता और भेंट की विशालता से सभी को आश्चर्यचकित कर देता है.

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Edited By: Garima Singh
Rajasthan Nagaur
Courtesy: x

Rajasthan Nagaur Mayra ceremony: राजस्थान के नागौर जिले में मायरा देने की परंपरा सदियों पुरानी है. इस परंपरा के तहत जब किसी बहन के बच्चे की शादी होती है, तो भाई अपनी बहन के लिए उपहार, नकदी और आभूषण भेंट करते हैं. नागौर का मायरा हर बार अपनी भव्यता और भेंट की विशालता से सभी को आश्चर्यचकित कर देता है.

हाल ही में नागौर के साडोकण निवासी तीन भाइयों ने अपनी बहन के बच्चों की शादी में ऐतिहासिक मायरा भरा. हरनिवास खोजा, दयाल खोजा और हरचंद खोजा नामक इन भाइयों ने अपनी बहन बीरज्या देवी (पत्नी मदनलाल, फरदोद निवासी) के घर पर मायरे के रूप में 1 करोड़ 51 लाख रुपये नकद, 25 तोला सोना, 5 किलो चांदी और नागौर शहर में दो प्लॉट भेंट किए। यह भव्य मायरा लगभग तीन करोड़ रुपये से अधिक का बताया जा रहा है.

तीन भाइयों ने भांजे-भांजी की शादी में लुटाए करोड़ों

मायरा देने के दौरान नकदी के बंडल बड़े-बड़े बैगों में भरकर लाए गए, जो पूरे क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है. इस शानदार आयोजन में राजस्थान सरकार के पूर्व उप मुख्य सचेतक महेंद्र चौधरी, जायल के पूर्व प्रधान रिधकरण लामरोड़, नागौर की पूर्व जिला प्रमुख सुनीता चौधरी सहित हजारों गणमान्य लोग उपस्थित रहे.

भाई-बहन के अटूट प्रेम का प्रतीक है मायरा

मायरा केवल नागौर ही नहीं, बल्कि पूरे राजस्थान की एक प्राचीन परंपरा है। यह न केवल भाई-बहन के अटूट प्रेम को दर्शाता है, बल्कि सामाजिक समरसता और राजस्थानी संस्कृति की समृद्धि का भी प्रतीक है। मायरा भरने वाले भाइयों का बहन के परिवार द्वारा पूरे मान-सम्मान के साथ सत्कार किया जाता है.

इंटरनेट पर छाया वीडियो 

भाइयों द्वारा मायरा देने का वीडियो सोशल मीडिया पर भी सामने आया है. जो की अब जमकर वायरल हो रहा है. लोग इसपर तरह तरह की प्रतिक्रिया भी दे रहे हैं.