Rajasthan: जयपुर में नगर निगम ग्रेटर में अवैध मीट की दुकानों पर सख्त कार्रवाई हुई है जिसके ये दुकानें सीज की गई हैं. इस मामले में नगर निगम की पशु प्रबंधन शाखा के नेतृत्व में रविवार सुबह से ही सख्त कार्रवाई की गई. निगम के विद्याधर नगर, झोटवाड़ा, सांगानेर जोन में करीब 18 से अधिक दुकानों को सीज किया गया है. हालांकि इस कार्रवाई की सूचना मिलने के कारण अधिकांश मीट की दुकानों के दुकानदार दुकान बंद करके मौके से फरार हो गए.
नगर निगम की महापौर डॉ सौम्या गुर्जर हैं जिनके नेतृत्व में ये एक्शन लिया जा रहा है. नगर निगम ग्रेटर की पशु प्रबंधन शाखा के डीसी हरेंद्र सिंह चिराना ने बताया शहर में कई लोग अवैध रूप में मीट का कारोबार कर रहे हैं. कई दुकाने बगैर लाइसेंस के चल रही हैं. किसी का लाइसेंस रिन्यू नहीं है तो कोई मटन का लाइसेंस लेकर चिकन या फिश बेच रहा है.
डीसी हरेंद्र सिंह चिराना 7 दिनों के अंदर ऐसी सभी मीट की दुकानों को पूरी तरह बंद कर दिया जाएगा. दुकानों के पास ना केवल लाइसेंस होना चाहिए बल्कि उनको मीट ढककर बेचना होता है ना कि खुले में. जो इन नियमों के तहत बेचेंगे उनको ही इजाजत होगी. बाकी दुकानों को आगामी 7 दिन के अंदर पूरी तरह बंद कर दिया जाएगा.
इस कार्रवाई को स्वागत योग्य बताते हुए वार्ड 71 के पार्षद गणेश सिंह नथात ने कहा कि नगर निगम ने काफी समय बाद कार्रवाई शुरू की है. उनके अनुसार आम जन भी इस कार्रवाई का स्वागत व सहयोग कर रहा है. खुले में मीट बिकने से सबसे ज्यादा आमजन परेशान है. इसलिए यह कार्रवाई लगातार जारी रहेगी और इसका पूरी तरह सहयोग किया जाएगा. लोग गलत तरीके से बिना लाइसेंस के धड़ल्ले से सैकड़ो की तादाद में दुकानें संचालित कर रहे हैं. ऐसे दुकानदारों की दुकानें पूरी तरह सीज की जाएगी.
बता दें, नगर निगम ग्रेटर में भारतीय जनता पार्टी का बोर्ड है. प्रदेश में भाजपा सरकार बनने के बाद से नगर निगम ग्रेटर में अवैध रूप से संचालित मीट की दुकानों के खिलाफ ये एक्शन लिया जा रहा है. उसी सिलसिले में नगर निगम ग्रेटर की टीम ने रविवार को तकरीबन तीन दर्जन अवैध संचालित मीट की दुकानों के खिलाफ कार्रवाई की. आगामी 7 दिनों के अंदर ग्रेटर क्षेत्र की सभी अवैध रूप से संचालित दुकानों को सीज करने की चेतावनी भी दी है.
इस एक्शन से अवैध रूप से मीट की दुकान चलाने वाले दुकानदारों में हड़कंप मच गया और कई दुकानदार अपना ठिकाना छोड़कर भागते हुए नजर आए है.