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India Daily

हफ्ता देने से किया मना तो पुलिसवालों ने दुकानदार की कर दी पिटाई, वीडियो में देखें वर्दीवालों की दबंगई

राजस्थान से पुलिसवालों की गुंडागर्दी का एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है. यहां करड़ा थाने में मिठाई की दुकान चलाने वाले भगवान सिंह राजपुरोहित ने दो कांस्टेबलों पर मारपीट का मामला दर्ज कराया है. 

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Edited By: Garima Singh
Rajasthan Jalore police
Courtesy: x

Jalore police: राजस्थान के जालौर जिले से पुलिसवालों की गुंडागर्दी का एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है. यहां करड़ा थाने में मिठाई की दुकान चलाने वाले भगवान सिंह राजपुरोहित ने दो कांस्टेबलों पर मारपीट का मामला दर्ज कराया है. 

इस घटना का वीडियो सीसीटीवी में कैद हो गया है और सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है. पीड़ित दुकानदार ने दोषी पुलिसवालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है. साथ ही न्याय न मिलने पर आत्महत्या की धमकी भी दी है. 

सीसीटीवी फुटेज में कैद हुई पुलिस की बर्बरता

वायरल वीडियो में साफ दिख रहा है कि करड़ा थाने के कांस्टेबल खेमाराम और चुनाराम, भगवान सिंह के साथ मारपीट कर रहे हैं. वीडियो में पुलिसकर्मी दुकानदार को खुले आम पीटते हुए और उसे घसीटकर जबरन पुलिस की गाड़ी में डालते नजर आ रहे हैं. यह घटना 25 मार्च की बताई जा रही है. भगवान सिंह ने इस पूरी घटना की सीसीटीवी रिकॉर्डिंग को फेसबुक पर शेयर किया, जिसके बाद यह मामला सुर्खियों में आ गया. दुकानदार का आरोप है कि पुलिसकर्मियों ने उसे थाने ले जाकर भी जमकर पिटाई की थी. 

पुलिसकर्मियों पर हफ्ता वसूली का आरोप

भगवान सिंह ने बताया, 'वो बाड़मेर का रहने वाले हैं और अरूणाय गांव में मिठाई की दुकान चलते हैं. उनके परिवार में उनकी पत्नी, छह बेटियां और एक बेटा है. वे अपनी रोजी-रोटी कमाने के लिए यहां आये हैं लेकिन स्थानीय पुलिसकर्मी जबरन हफ्ता वसूलने की कोशिश कर रहे थे. वे हर रात मेरी दुकान पर आते हैं और कहते हैं कि अगर 10 बजे के बाद दुकान खुली रही, तो हफ्ता देना होगा. जब उन्होंने पुलिसकर्मियों को हफ्ता देने से मना किया तो पुलिसवालों ने इस घटना को अंजाम दिया.' 

मुख्यमंत्री तक ले जाया जाएगा मामला

इस घटना के बाद भगवान सिंह ने राजपुरोहित महासभा के प्रदेश महामंत्री से संपर्क किया. महामंत्री ने इस मामले की कड़ी निंदा करते हुए जालौर एसपी से दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई की मांग की है. उन्होंने चेतावनी दी कि यदि प्रशासन ने समय पर उचित कदम नहीं उठाया, तो यह मामला मुख्यमंत्री तक ले जाया जाएगा.