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Rajasthan Election Results 2023: राजस्थान में 'लाल डायरी' वाले राजेंद्र गुढ़ा का क्या हुआ?

राजस्थान विधानसभा चुनाव से पहले 'लाल डायरी' नाम से एक सियासी बम फोड़ा था. हालांकि इस बगावत के बाद कांग्रेस ने उन्हें निकाल दिया था, लेकिन राजेंद्र ने चुनाव लड़ा. तो जानते हैं कि आखिर राजेंद्र गुढ़ा का क्या हुआ?

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Edited By: Naresh Chaudhary
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हाइलाइट्स

  • राजस्थान की उदयपुरवाटी सीट से राजेंद्र ने लड़ा चुनाव
  • भाजपा ने अपनी हर रैली में उठाया था लाल डायरी का मुद्दा

Rajasthan Election Results 2023 Rajendra Gudha Lal Dairy: पांच राज्यों में विधानसभा चुनावों के आए नतीजों में भाजपा ने मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में जीत का परचम लहराया है. तीनों राज्यों में मिली बंपर जीत में आज सबसे ज्यादा चर्चा राजस्थान की हो रही है. इस चर्चा में भी एक नाम सबसे ऊपर है, वो है राजेंद्र गुढ़ा का नाम.

जी हां, ये वही राजेंद्र गुढ़ा हैं, जो कांग्रेस काल में विधायक और मंत्री थे. उन्होंने विधानसभा चुनाव से पहले राजस्थान में 'लाल डायरी' नाम से एक सियासी बम फोड़ा था. हालांकि इस बगावत के बाद कांग्रेस ने उन्हें निकाल दिया था, लेकिन राजेंद्र ने चुनाव लड़ा. तो जानते हैं कि आखिर राजेंद्र गुढ़ा का क्या हुआ?

उदयपुरवाटी सीट की रही चर्चा

राजस्थान में भाजपा ने 199 में से 115 सीटों पर जीत हासिल की है. राजस्थान की सबसे दिलचस्प सीट उदयपुरावाटी की चर्चाएं हैं. चर्चा इसलिए हैं, क्योंकि इसी सीट लाल डायरी वाले राजेंद्र गुढ़ा ने चुनाव लड़ा. राजेंद्र गुढ़ा ने जब लाल डायरी का मुद्दा उठाया था तो राजस्थान की राजनीति में भूचाल आ गया. भाजपा ने इस मुद्दे को चुनावी रैलियों और सभाओं में जमकर उठाया. पीएम मोदी ने भी अपनी रैलियों और सभाओं में लाल डायरी की खूब चर्चा की. हालांकि कांग्रेस बार-बार इसका खंडन रहती रही.

तीसरे नंबर पर रहे राजेंद्र गुढ़ा 

अब बात करते हैं उदयपुरवाटी सीट की. यहां से राजेंद्र गुढ़ा ने विधायकी का चुनाव लड़ा. उनके सामने कांग्रेस के भगवान राम सैनी और भाजपा के शुभकरन चौधरी थे. मुकाबले में कांग्रेस के भगवान राम सैनी बाजी मारी. वहीं दूसरी नंबर पर भाजपा के शुभकरन चौधरी रहे और तीसरे नंबर पर राजेंद्र गुढ़ा रहे. राजेंद्र ने शिवसेना के टिकट पर यहां से चुनाव लड़ा. बताया जाता है कि पिछली बार इसी बसपा से चुनाव लड़ा था. बाद में उन्होंने कांग्रेस को ज्वॉइन किया और मंत्री बने.