Farmers Protest: रेल रोको आंदोलन से कितनी रुकी जिंदगी, जानें हरियाणा-पंजाब-राजस्थान में कितना पड़ा असर?
Rail Roko Andolan: किसान मजदूर मोर्चा और संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) के आह्वान पर अलग अलग राज्यों में किसानों ने केंद्र सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया है. इस दौरान पंजाब, हरियाणा राजस्थान समेत में भारी असर देखने को मिला है. जानकारी के अनुसार आंदोलन के दौरान हरियाणा में प्रदर्शन कर रहे लोगों को हिरासत में भी लिया गया है.
Rail Roko Andolan: केंद्र सरकार के खिलाफ किसान मजदूर मोर्चा और संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) के आह्वान पर किसानों ने पंजाब में रेल रोको प्रदर्शन किया गया है. जानकारी के अनुसार इस दौरान पंजाब में 62 स्थानों पर किसानों का भारी विरोध देखने को मिला है. किसानों के इस रेल रोको आंदोलन के दौरान हरियाणा में डबवाली और ऐलनाबाद में कई प्रदर्शनकारियों को पुलिस ने हिरासत में भी लिया. किसान मजदूर मोर्चे के अनुसार राजस्थान के दौसा में भी ऐसी ही स्थिति देखने को मिली है. इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के अनुसार खबर लिखे जाने तक किसानों की रिहाई नहीं हुई है.
किसानों के रेल रोको आंदोलन के तहत पंजाब में भी विरोध-प्रदर्शन देखने को मिला. जानकारी के अनुसार 52 जगहों पर किसानों ने सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया है. जानकारी के अनुसार प्रदर्शनकारियों ने शंभू रेलवे स्टेशन पर भी जोरदार विरोध प्रदर्शन किया. रेल रोके आंदोलन के प्रभाव को लेकर फिरोजपुर डीआरएम ने कहा कि रेलवे की ओर से उन सभी ट्रेनों की सूची जारी की जाएगी जिन्हें डायवर्ट किया गया है.
पंजाब के में इन जगहों पर दिखा प्रभाव
इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के अनुसार पंजाब में मुल्लांपुर, समराला, लुधियाना के जगराओं, देवीदास पुरा, अमृतसर के जहांगीर, जालंधर, जालंधर छावनी, फगवाड़ा, फिल्लौर, पठानकोट में दीनानगर, फिरोजपुर जिले में मानसा, संगरूर, बठिंडा, बरनाला, फाजिल्का रेलवे स्टेशन, बस्ती तेनका वली, मल्लांवाला, गुरु-हर-सहाय, मोगा में डगरू, मुक्तसर में मलौत, खडूर साहिब, तरनतारन, गुरदासपुर में बटाला, और पटियाला में शंभू, राजपुरा और पटियाला रेलवे स्टेशन पर रेल रोको आंदोलन का प्रभाव देखने को मिला है.
हरियाणा में 3 जगहों पर रेल रोकने की सूचना
हरियाणा की अगर हम बात करें तो यहां केवल तीन जगहों पर रेल रोके जाने की सूचना सामने आई है. जानकारी के अनुसार अंबाला में मोहदा रेलवे क्रॉसिंग, पंचकूला में मानकपुर और अंबाला में सरसिनी में रेल रोके जाने की सूचना मिली है.
मांगों को नजरअंदाज कर रही है केंद्र सरकार- पंढेर
किसान नेता सरवन सिंह पंढेर ने कहा कि हमने 3 मार्च को ही रेल रोको आंदोलन की घोषणा की थी. हमें पटरियों पर बैठकर खुशी नहीं होती है, लेकिन जब केंद्र सरकार हमारी मांगों को नजरअंदाज कर रही है तो हमारे पास अब एकमात्र यही तरीका बचा है. वहीं एसकेएम (गैर-राजनीतिक) के समन्वयक जगजीत सिंह डल्लेवाल ने कहा कि देश भर में विरोध प्रदर्शन किया गया जो स्पष्ट रूप से इंगित करता है कि देश भर के किसान इस आंदोलन का हिस्सा हैं और वे उस सरकार से आय की गारंटी चाहते हैं जिससे सत्तारूढ़ दल भाग रहा है.