नई दिल्ली: रामलला प्राण प्रतिष्ठा के दिन कांग्रेस सांसद राहुल गांधी असम के नागांव जिले में बोरदोवा सत्रा में श्री शंकरदेव की जन्मस्थली जाएंगे. कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने जानकारी साझा करते हुए बताया कि 22 जनवरी को भारत जोड़ो न्याय यात्रा का नौवां दिन है. सुबह 7 बजे राहुल गांधी नागांव जिले के बोरदोवा सत्रा जाएंगे और उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे. बोरदोवा सत्रा श्री शंकरदेव का जन्मस्थान है.
देश के सबसे प्रमुख समाज सुधारकों में से एक श्री शंकरदेव के जन्मस्थान पर राहुल गांधी की यात्रा को लेकर जयराम रमेश ने कहा कि शंकरदेव हमारे देश के महान धार्मिक गुरु और समाज सुधारकों में से एक हैं. 15 वीं और 16 वीं शताब्दी के दौरान उनका योगदान एक आज भी प्रेरणा का स्रोत है. उनकी शिक्षाएं आज के संदर्भ में बेदह महत्वपूर्ण और प्रासंगिक हैं. हमारे देश में एकमात्र व्यक्ति जो अहंकारी है वह प्रधानमंत्री मोदी हैं.
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खरगे, सोनिया गांधी और अधीर रंजन चौधरी ने भगवान रामलला की प्राण प्रतिष्ठा समारोह का निमंत्रण ठुकरा दिया है. रामलला प्राण प्रतिष्ठा में शामिल नहीं होने को लेकर खरगे ने बीते दिनों कहा था कि इस निर्णय का उद्देश्य किसी की भावनाओं या किसी धर्म को ठेस पहुंचाना नहीं है. हम पहले ही कह चुके हैं कि अगर कोई 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के लिए अयोध्या जाना चाहता है, तो वे जब चाहें जाने के लिए स्वतंत्र हैं. कार्यक्रम में शामिल न होने के हमारे फैसले को लेकर BJP की तरफ से हमें लगातार निशाना बनाया जा रहा है .यह अनुचित है. हमारे फैसले का उद्देश्य किसी व्यक्ति या धर्म की भावनाओं को ठेस पहुंचाना नहीं है.
बीते दिनों नागालैंड की राजधानी कोहिमा में भारत जोड़ो न्याय यात्रा के दौरान राहुल गांधी ने बड़ा बयान देते हुए कहा कि आरएसएस और बीजेपी ने 22 जनवरी के समारोह को पूरी तरह से राजनीतिक नरेंद्र मोदी समारोह बना दिया है. यह आरएसएस-बीजेपी का कार्यक्रम है और मुझे लगता है कि इसीलिए कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि वह इस समारोह में नहीं जाएंगे. हम सभी धर्मों, सभी प्रथाओं के लिए खुले हैं. यहां तक कि शंकराचार्य ने अपनी राय सार्वजनिक कर दी है कि वे 22 जनवरी के समारोह के बारे में क्या सोचते हैं कि यह एक राजनीतिक समारोह है. इसलिए हमारे लिए ऐसे राजनीतिक समारोह में जाना मुश्किल है.
कांग्रेस की ओर से वन नेशन वन इलेक्शन के विचार को खारिज करने पर बोलते हुए जयराम रमेश ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष ने चुनाव आयोग को तीन पन्नों का एक विस्तृत पत्र भेजा है कि हम वन नेशन वन इलेक्शन के खिलाफ क्यों हैं. यह लोकतंत्र के खिलाफ है और हम इसका पूरी ताकत से विरोध करेंगे.