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विदेश मंत्री जयशंकर से क्या चाहते हैं नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी, जानें क्यों लिखा पत्र?

Rahul Gandhi: लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने विदेश मंत्री एस. जयशंकर को पत्र लिखकर तमिलनाडु के 37 मछुआरों की गिरफ्तारी का मामला उठाने का आग्रह किया है. गांधी ने 21 सितंबर को मछुआरों की गिरफ्तारी का जिक्र करते हुए कहा कि ये मछुआरे संकट में फंसी एक श्रीलंकाई नाव को बचाने का प्रयास कर रहे थे, जिसके दौरान उन्होंने अंतरराष्ट्रीय समुद्री सीमा रेखा पार कर ली थी. इसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया था.

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Edited By: India Daily Live
Rahul Gandhi
Courtesy: Social Media

Rahul Gandhi: लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने शनिवार को विदेश मंत्री एस जयशंकर को एक पत्र लिखा है. उन्होंने पत्र में आग्रह किया है कि वह तमिलनाडु के 37 मछुआरों की गिरफ्तारी के मुद्दे को श्रीलंकाई अधिकारियों के समक्ष उठाएं और उनकी नौकाओं सहित शीघ्र रिहाई सुनिश्चित करें.

21 सितंबर को मछुआरों की गिरफ्तारी का उल्लेख करते हुए गांधी ने कहा कि वे छोटे स्तर के मछुआरे थे जिन्होंने संकट में फंसी श्रीलंकाई नाव को बचाने का प्रयास किया था. हालांकि इस दौरान उन्होंने   अंतर्राष्ट्रीय समुद्री सीमा रेखा पार कर ली थी. इस वजह से उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया था.  

राहुल ने क्या मांग की?

राहुल गांधी ने पत्र में कहा कि मुझे उम्मीद है कि यह पत्र आपको अच्छा लगेगा.  मैं आपको 37 तमिल मछुआरों की गिरफ्तारी और 21 सितंबर, 2024 को श्रीलंकाई अधिकारियों द्वारा उनकी नौकाओं को जब्त करने के संबंध में लिख रहा हूं.  मयिलादुथुराई संसदीय क्षेत्र से सांसद (लोकसभा) एडवोकेट आर. सुधा ने मुझे बताया कि गिरफ्तार किए गए मछुआरे छोटे पैमाने के मछुआरे हैं जो तट के करीब काम करते हैं और घटना के दिन उन्होंने संकट में फंसी एक श्रीलंकाई नाव को बचाने का प्रयास किया था. पत्र में कांग्रेस के नेता राहुल गांधी ने कहा कि श्रीलंकाई अधिकारियों द्वारा भारतीय मछुआरों को हिरासत में लिए जाने, उनकी संपत्ति जब्त किए जाने और भारी जुर्माना लगाए जाने की घटनाएं अक्सर होती रहती हैं.  उन्होंने इस तरह कार्रवाइयों की निंदा की और ऐसी प्रथाओं के खिलाफ सख्त कदम उठाने का भी आह्वान किया.

तमिलनाडु के सीएम ने भी किया था आग्रह 

गांधी ने कहा कि श्रीलंकाई अधिकारियों द्वारा छोटे और सीमांत भारतीय मछुआरों को बार-बार गिरफ्तार किए जाने, उनकी संपत्तियों को अनुचित तरीके से जब्त करने और उन पर भारी जुर्माना लगाने की घटनाएं कड़ी निंदा की मांग करती हैं.  गांधी ने जयशंकर को लिखे पत्र में कहा कि मैं आपसे अनुरोध करता हूं कि कृपया इस मामले को श्रीलंकाई अधिकारियों के समक्ष उठाएं तथा मछुआरों और उनकी नौकाओं की शीघ्र रिहाई सुनिश्चित करें. इससे पहले तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन ने पहले जयशंकर को गिरफ्तारियों के बारे में सूचित किया था और मछुआरों की रिहाई के लिए हस्तक्षेप का अनुरोध किया था.