Constitution Debate: विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने शनिवार को संसद में भाजपा पर हमला करने के लिए हिंदुत्व विचारक विनायक दामोदर सावरकर की टिप्पणी का हवाला दिया, जिसमें उन्होंने कहा था कि "हमारे संविधान में कुछ भी भारतीय नहीं है." लोकसभा में संविधान पर बहस में भाग लेते हुए गांधी ने कहा कि सावरकर का मानना था कि संविधान को मनुस्मृति से ऊपर रखा जाना चाहिए.
राहुल गांधी ने सत्ता पक्ष की ओर से नारेबाजी के बीच कहा, "वीडी सावरकर कहते हैं कि उन्होंने अपने लेखन में स्पष्ट रूप से कहा है कि हमारे संविधान में कुछ भी भारतीय नहीं है. जब आप (BJP) संविधान की रक्षा की बात करते हैं, तो आप सावरकर का उपहास कर रहे हैं, आप सावरकर को गाली दे रहे हैं, आप सावरकर को बदनाम कर रहे हैं."
राहुल गांधी ने क्या कहा?
भाजपा की तुलना महाभारत के द्रोणाचार्य से करते हुए राहुल ने कहा कि जिस तरह उन्होंने एकलव्य का अंगूठा काटा था, उसी तरह पार्टी आज के युवाओं की आकांक्षाओं को कुचल रही है. गौतम अडानी का मुद्दा उठाते हुए गांधी ने सरकार पर आरोप लगाया कि वह व्यापारियों को अनुचित लाभ दे रही है, जिससे देश के अन्य छोटे व्यवसायों को नुकसान हो रहा है.
#WATCH भारत के संविधान को अपनाने की 75वीं वर्षगांठ पर चर्चा के दौरान, लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने कहा, "यह अभयमुद्रा है। आत्मविश्वास, शक्ति और निर्भयता कौशल से, अंगूठे से आती है। ये लोग इसके खिलाफ हैं। जिस तरह से द्रोणाचार्य ने एकलव्य का अंगूठा काट दिया था, आप पूरे… pic.twitter.com/olqVqMYqPx
— ANI_HindiNews (@AHindinews) December 14, 2024
रायबरेली के सांसद ने कहा, "सरकारी नौकरियों में लेटरल एंट्री लाकर आप युवाओं, पिछड़े वर्ग के लोगों और गरीबों का अंगूठा काट रहे हैं." कांग्रेस सांसद का यह हमला ऐसे समय में हुआ है जब इस साल की शुरुआत में केंद्र सरकार ने केंद्रीय मंत्रालयों में शीर्ष पदों पर भर्ती के लिए लेटरल एंट्री के लिए आवेदन मांगे थे. केंद्र ने कड़ी आलोचना के बाद विज्ञापन वापस ले लिया था.
गौतम अडानी का मुद्दा उठाते हुए राहुल ने सरकार पर आरोप लगाया कि वह इस व्यवसायी को अनुचित लाभ दे रही है, जिससे देश के अन्य छोटे व्यवसायों को नुकसान हो रहा है.