Amit Shah: जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के पहले चरण के प्रचार के आखिरी दिन केंद्रीय गृह मंत्री और वरिष्ठ बीजीपी नेता अमित शाह ने सोमवार को कांग्रेस और उसके नेता राहुल गांधी पर तीखा हमला किया. गृहंमत्री ने उन पर क्षेत्र को कथित तौर प आतंकवाद की ओर धकेलने का आरोप लगाया.
चुनावी राज्य में बीजेपी का नेतृत्व करते हुए शाह ने बार-बार दावा किया है कि कांग्रेस और उसकी सहयोगी नेशनल कॉन्फ्रेंस (एनसी) आतंकवाद के प्रति नरम रुख रखती है और यदि गठबंधन सरकार सत्ता में आती है तो वे आतंकवादियों और पत्थरबाजों को जेलों से रिहा करने की योजना बना रही है. हालांकि उनके दावे को नेशनल कॉन्फ्रेंस के उपाध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला पहले ही खारिज कर चुके हैं.
VIDEO | "Today, I remember all the martyrs from this region and make a promise before you, that we will end terrorism in such a way that it will never rise again. There are efforts being made to support terrorism here again. The NC and Congress have even made promises that if… pic.twitter.com/cZi1Zacljs— Press Trust of India (@PTI_News) September 16, 2024
किश्तवाड़ में एक रैली में शाह ने कहा कि एक बार फिर यहां आतंकवाद के लिए समर्थन जुटाने की कोशिश की जा रही है. एनसी और कांग्रेस ने तो यहां तक वादा किया है कि अगर वे जीत गए तो इन आतंकवादियों को रिहा कर देंगे. लेकिन मैं आज आपको भरोसा दिलाता हूं कि जब तक (प्रधानमंत्री) नरेंद्र मोदी की सरकार (केंद्र में) है, कोई भी भारत की धरती पर आतंकवाद फैलाने की हिम्मत नहीं कर पाएगा.
गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि आज मैं इस क्षेत्र के सभी शहीदों को याद करता हूं और वादा करता हूं कि हम आतंकवाद को इस तरह खत्म कर देंगे कि यह फिर कभी नहीं उभरेगा. इसके अलावा शाह ने दोहराया कि अनुच्छेद 370 जो जम्मू और कश्मीर को 'विशेष दर्जा' देता था और जिसे अगस्त 2019 में भाजपा के नेतृत्व वाले केंद्र द्वारा निरस्त कर दिया गया था. अब इतिहास हो गया है. 90 सदस्यीय जम्मू-कश्मीर विधानसभा के लिए नवंबर-दिसंबर 2014 के बाद पहली बार चुनाव 18 सितंबर, 25 सितंबर और 1 अक्टूबर को होंगे. 8 अक्तूबर को मतगणना की जाएगी.
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