Republic Day 2025: राफेल विमानों ने अपने प्रदर्शन से कर्तव्य पथ पर दर्शकों को किया मंत्रमुग्ध, गर्व से हर भारतीय का सीना हुआ चौड़ा
राष्ट्रीय राजधानी में रविवार को गणतंत्र दिवस परेड के दौरान कम ऊंचाई पर उड़ने वाले राफेल विमानों ने अपने प्रदर्शन से कर्तव्य पथ के दोनों ओर जमा दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।
नई दिल्ली, 26 जनवरी: राष्ट्रीय राजधानी में रविवार को गणतंत्र दिवस परेड के दौरान, कम ऊँचाई पर उड़ान भरने वाले राफेल लड़ाकू विमानों और सुखोई-30 की हवाई कलाबाजियों ने कर्तव्य पथ के दोनों ओर जमा दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया. दर्शकों की तालियों और वाहवाही से पूरा क्षेत्र गूँज उठा जब ये शक्तिशाली विमान आसमान में अपनी कला का प्रदर्शन कर रहे थे.
तीन सुखोई-30 लड़ाकू विमानों ने जब हवाई कलाबाजी करते हुए इंडिया गेट के ठीक ऊपर त्रिशूल के आकार में अलग होने से पहले 900 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से कर्तव्य पथ पर गर्जना की, तो वहां मौजूद भीड़ अवाक रह गई. यह दृश्य अत्यंत ही मनमोहक था. "यह दृश्य त्रिशूल की आकृति बना रहा था। पौराणिक कथाओं के मुताबिक, त्रिशूल भगवान शिव का शस्त्र है.' इस अद्भुत फॉर्मेशन ने दर्शकों को भारतीय वायुसेना की कुशलता का कायल बना दिया.
गणमान्य व्यक्तियों ने की सराहना
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, इंडोनेशिया के राष्ट्रपति प्रबोवो सुबियांतो, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, कई गणमान्य व्यक्ति और बड़ी संख्या में एकत्र हुए लोगों को इन हवाई योद्धाओं के साहस की सराहना करते देखा गया. सभी के चेहरों पर गर्व और प्रशंसा के भाव स्पष्ट रूप से दिखाई दे रहे थे. यह प्रदर्शन न केवल भारत की सैन्य शक्ति का प्रतीक था, बल्कि वायुसेना के पायलटों की असाधारण क्षमता का भी प्रमाण था.
राफेल का 'विक्ट्री रोल'
परेड के अंतिम चरण में, राफेल विमान ने सलामी मंच से महज 300 मीटर की ऊँचाई पर ‘विक्ट्री रोल’ का प्रदर्शन किया और फिर लंबवत अधिक ऊँचाई पर उड़ान भरी. यह दृश्य दर्शकों के लिए एक अविस्मरणीय अनुभव बन गया. राफेल की गति और कुशलता ने सभी को आश्चर्यचकित कर दिया.
फ्लाईपास्ट में शामिल अन्य विमान
फ्लाईपास्ट में हिस्सा लेने वाले 40 विमानों ने जांबाजी भरे कारनामों से दर्शकों का मन मोह लिया। इन विमानों में राफेल के अलावा सुखोई, जगुआर, डॉनियर, अपाचे हेलीकॉप्टर, सी-17, सी-295 आदि शामिल थे. इस भव्य प्रदर्शन ने भारत की वायु शक्ति का शानदार प्रदर्शन किया. यह गणतंत्र दिवस परेड भारतीय वायुसेना के शौर्य और पराक्रम का एक अद्भुत उदाहरण था. इन हवाई योद्धाओं के प्रदर्शन ने हर भारतीय का सिर गर्व से ऊँचा कर दिया.