Farmer Protest: किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल को पुलिस ने हिरासत में लिया, शंभू और खनौरी बॉर्डर से हटाए जा रहे प्रदर्शनकारी

पंजाब पुलिस ने मोहाली में किसान नेताओं जगजीत सिंह दल्लेवाल और सरवन सिंह पंधेर को हिरासत में ले लिया, क्योंकि चल रहे किसान विरोध प्रदर्शन के लिए शंभू और खनौरी सीमाओं पर मार्च करने की कोशिश कर रहे किसानों के एक समूह के साथ झड़प हो गई.

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पंजाब पुलिस ने बुधवार (19 मार्च) को मोहाली में किसान नेताओं जगजीत सिंह दल्लेवाल और सरवन सिंह पंधेर को गिरफ्तार कर लिया. यह गिरफ्तारी तब हुई जब किसानों का एक समूह खानौरी और शंभू बार्डर प्वाइंट की ओर मार्च करने की कोशिश कर रहा था. ये दोनों बार्डर प्वाइंट पिछले साल 13 फरवरी से किसान आंदोलन का केंद्र बने हुए हैं.

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, किसान और पुलिस के बीच हुई झड़प के बाद, पंजाब के संगरूर और पटियाला जिलों में खानौरी सीमा और आस-पास के क्षेत्रों में इंटरनेट सेवाएं निलंबित कर दी गईं. सुरक्षा कारणों से पुलिस टीम को खानौरी सीमा पर तैनात किया गया. किसान दिल्ली की ओर मार्च करना चाहते थे, लेकिन सुरक्षा बलों ने उन्हें आगे बढ़ने से रोक दिया. इस दौरान पुलिस ने उन्हें रोकने के लिए बैरिकेड्स लगाए थे. इस झड़प के दौरान दल्लेवाल और पंधेर के अलावा किसान नेताओं अभिमन्यु कोहड़ और काका सिंह कोटड़ा को भी गिरफ्तार किया गया.

किसानों के लंबित मुद्दे और MSP की मांग 

गौरतलब है कि दल्लेवाल ने जनवरी में 54 दिन तक उपवास रखा था और तब तक मेडिकल मदद लेने से इनकार कर दिया था, जब तक सरकार 24 फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) की कानूनी गारंटी नहीं देती. किसानों की अन्य प्रमुख मांगों में कर्ज माफी, किसानों और कृषि श्रमिकों के लिए पेंशन, बिजली दरों में वृद्धि की रोकथाम, पुलिस मामलों की वापसी, 2021 लखीमपुर खीरी हिंसा में मारे गए किसानों को न्याय, भूमि अधिग्रहण अधिनियम 2013 की बहाली और 2020-21 में आंदोलन के दौरान मरे किसानों के परिवारों को मुआवजा शामिल हैं.

किसान नेताओं और केंद्रीय प्रतिनिधियों के बीच बैठक

आज ही किसान नेताओं और केंद्रीय प्रतिनिधियों के बीच सातवें दौर की बातचीत समाप्त हुई. इस दौरान केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आगामी बैठक 4 मई को आयोजित करने की घोषणा की. चौहान ने बैठक के बाद कहा, "सकारात्मक चर्चा हुई और अगली बैठक 4 मई को होगी.

इस बैठक में चौहान के अलावा उपभोक्ता मामले मंत्री प्रहलाद जोशी और वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल भी मौजूद थे. पंजाब के वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा और राज्य कृषि मंत्री गुरमीत सिंह खड्डियन भी बैठक में शामिल हुए.

पहली बार बातचीत का सकारात्मक परिणाम

पिछले महीने, किसान और केंद्रीय प्रतिनिधि की बैठक में कोई ठोस नतीजा नहीं निकल पाया था. हालांकि, इस बार की बातचीत में सकारात्मक रुख देखा गया है. अब किसान आंदोलन को लेकर आगामी बातचीत का परिणाम किस दिशा में जाएगा, यह देखना अहम होगा.