शंभू बॉर्डर पर पंजाब पुलिस की कार्रवाई, प्रदर्शनकारी किसानों को हटाया, शेड्स तोड़े
शंभू बॉर्डर पर पंजाब पुलिस ने किसानों के खिलाफ कार्रवाई की है. प्रदर्शन कर रहे किसानों को वहां से हटाया जा रहा है. कई किसान नेता को हिरासत में लिया गया है. वहीं बुलडोजर से किसानों के बनाए शेड भी तोड़कर हटाए जा रहे हैं.
शंभू बॉर्डर पर पंजाब पुलिस ने किसानों के खिलाफ कार्रवाई की है. प्रदर्शन कर रहे किसानों को वहां से हटाया जा रहा है. कई किसान नेता को हिरासत में लिया गया है. वहीं बुलडोजर से किसानों के बनाए शेड भी तोड़कर हटाए जा रहे हैं. कई इलाकों में इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई है.
शंभू बॉर्डर पिछले कई महीने से किसान एमएसपी समेत अन्य मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे थे. वहीं, खनौरी बॉर्डर पर भी भारी पुलिस फोर्स पहुंची है. किसानों और केंद्र के बीच कई राउंड की बातचीत हुई जो बेनतीजा रही. किसान नेता मंगत ने बताया कि पंधेर और डल्लेवाल के अलावा अभिमन्यु कोहर, काका सिंह कोटरा और मंजीत सिंह राय को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. शंभू और खनौरी सीमा बिंदुओं पर भी भारी पुलिस बल तैनात किया गया.
13 फरवरी से पंजाब और हरियाणा के बीच स्थित शंभू और खनौरी बॉर्डर पर हजारों किसान डटे हुए हैं. केंद्र सरकार से अपनी मांगों को मनवाने के लिए किसान दिल्ली जाना चाहते थे, लेकिन हरियाणा पुलिस ने कड़ी बैरिकेडिंग कर उन्हें बॉर्डर पर ही रोक दिया.
क्या हैं किसानों की प्रमुख मांगें?
किसानों का कहना है कि जब तक न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) को कानूनी दर्जा नहीं दिया जाता, तब तक वे अपना आंदोलन जारी रखेंगे. उनके अनुसार, अगर सरकार एमएसपी की गारंटी कानून बना देती है, तो किसानों को उनकी फसल का उचित दाम मिलेगा और उन्हें बिचौलियों पर निर्भर नहीं रहना पड़ेगा. इसके अलावा, किसान कर्ज माफी, पेंशन और पराली जलाने के मामलों में दर्ज केस वापस लेने जैसी अन्य मांगें भी उठा रहे हैं.