ड्रग्स के खिलाफ एक्शन मोड में पंजाब सरकार, नशा मुक्ति केंद्र स्थापित करने का आदेश

Punjab Government Drug De Addiction: पंजाब सरकार नशा मुक्ति के खिलाफ सख्त एक्शन चला रही है. जिसके तहत आम आदमी पार्टी की सरकार ने राज्य में पुनर्वास और नशा मुक्ति केंद्र स्थापित करने का आदेश दिया है.

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Punjab Government Drug De Addiction: पंजाब सरकार ने सोमवार को राज्य में पुनर्वास और नशा मुक्ति केंद्र स्थापित करके राज्य को ड्रग्स मुक्त कराने की पहल शुरू कर दी है. आम आदमी पार्टी की सरकार आने वाले कुछ दिनों में यह अभियान पंजाब में शुरू करने वाली है.  मिल रही जानकारी के मुताबिक पंजाब सरकार द्वारा कानून प्रवर्तन एजेंसियों के माध्यम से आने वाले हफ्तों में ड्रग्स के खिलाफ बड़े पैमाने पर युद्ध शुरू किया जाना है. अगले कुछ दिनों में कार्रवाई शुरू कर दी जाएगी. 

दिल्ली के पड़ोसी राज्य पंजाब में IAS अधिकारी संदीप कुमार को केंद्रों का निरीक्षण करने और किसी भी कमी की रिपोर्ट सीधे उच्च अधिकारियों को सौंपने की जिम्मेदारी दी गई है. आने वाले दिनों में पंजाब में ड्रग्स का सेवन करने वालों पर सख्त एक्शन लिया जाएगा. 

अधिकारियों को सौंपी जिम्मेदारी 

इस बात की जानकारी देते हुए एक बयान में कहा गया कि पंजाब सरकार के इस फैसले से ड्रग्स के आदी लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ सकता है. ड्रग्स के आदी लोगों को धीरे-धीरे ड्रग्स से दूर करने के लिए सभी डीसी को निर्देश दिया गया है कि वे पर्याप्त संख्या में पुनर्वास और ड्रग डि-एडिक्शन सेंटर तैयार करें. जिनमें ब्यूप्रेनोरफिन दवा, टेस्टिंग किट, आवश्यक स्टाफ आदि सहित आवश्यक उपकरण और दवाएं भी परिपूर्ण मात्रा में उपलब्ध हो. बयान में कहा गया कि इसके लिए युद्ध स्तर पर तैयारियां की जानी चाहिए और प्रत्येक डीसी को अगले दो दिनों में तैयार रखने का आदेश दिया गया है. 
 

पंजाब में ड्रग का सबसे ज्यादा ओवरडोज

सरकार की ओर से डीसी को तैयारी सुनिश्चित करने के लिए व्यक्तिगत रूप से जवाबदेह ठहराया गया है. साथ ही किसी भी चूक के मामले में सख्त अनुशासनात्मक कार्रवाई की चेतावनी भी दी गई है. पिछले साल दिसंबर में जारी राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) की रिपोर्ट के अनुसार देश में ड्रग ओवरडोज से होने वाली मौतों की सबसे अधिक संख्या पंजाब में है. राज्य में ड्रग्स से मौत के 144 मामलों दर्ज की गई है. वहीं राजस्थान में 117 वहीं मध्य प्रदेश में 74 मौतें दर्ज की गईं है.