पंजाब के किसान आज शंभू बॉर्डर से दिल्ली की ओर अपना 'दिल्ली चलो' मार्च शुरू करेंगे. किसान अपनी कई मांगों को लेकर इस मार्च में भाग ले रहे हैं. उधर, किसान नेता सरवन सिंह पंधेर ने गुरुवार (5 नवंबर) को समाचार एजेंसी एएनआई से बातचीत में इस यात्रा की जानकारी दी. उन्होंने कहा, "मोर्चे को चलते हुए 297 दिन हो चुके हैं, और खनौरी सीमा पर जारी आमरण अनशन 11वें दिन में दाखिल हो गया है. लगभग 1 बजे, 101 किसान-मजदूर का जत्था शंभू बार्डर से दिल्ली की ओर रवाना होगा.
हालांकि, अंबाला जिला प्रशासन ने भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता की धारा 163 के तहत आदेश जारी करते हुए जिले में पांच या उससे से अधिक व्यक्तियों के किसी भी अवैध जमावड़े पर रोक लगा दी है. डिप्टी कमिश्नर के जारी आदेश के अनुसार, पैदल, वाहन या अन्य किसी भी माध्यम से जुलूस निकालने पर अगले आदेश तक प्रतिबंध लगाया गया है.
#WATCH | At the Shambhu border, Farmer leader Sarwan Singh Pandher says, "... The march has entered its 297th day and the indefinite hunger strike at the Khanauri border has entered its 11th day. At 1 pm, a 'jatha' of 101 farmers will move towards Delhi from the Shambhu… pic.twitter.com/GX8LEzsNaj
— ANI (@ANI) December 6, 2024
हरियाणा सीमा पर केंद्रीय अर्धसैनिक बलों को किया तैनात
दरअसल, गुरुवार को अंबाला पुलिस ने किसानों के दिल्ली मार्च की योजना के चलते अलर्ट जारी किया है और सीमा पर सुरक्षा स्थिति का आकलन करने के लिए वरिष्ठ अधिकारियों को भेजा. किसानों के जत्थे को रोकने के लिए हरियाणा सीमा पर केंद्रीय अर्धसैनिक बलों को तैनात किया गया है. कई जगहों पर बैरिकेडिंग भी की गई है. बता दें कि, किसान 13 फरवरी से शंभू और खनौरी बॉर्डर पर बैठे हैं.
जानिए किसानों की क्या हैं सरकार से मांगे?
इस मार्च में 100 से अधिक किसान दिल्ली के लिए रवाना होंगे, जो अपनी मांगों के समर्थन में कदम बढ़ाएंगे. किसानों की प्रमुख मांगों में न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) की कानूनी गारंटी, कृषि कर्ज माफी, किसानों और खेत मजदूरों के लिए पेंशन, भूमि अधिग्रहण कानून की पुनर्स्थापना, और बिजली दरों में वृद्धि पर रोक शामिल है. इसके साथ ही, उन्होंने 2021 लखीमपुर खीरी हिंसा के पीड़ितों को न्याय और 2020-21 में हुए किसानों के विरोध के दौरान मारे गए किसानों के परिवारों को मुआवजा देने की भी मांग की है.
पुलिस और सुरक्षा बलों की तैनाती
किसानों के दिल्ली मार्च की योजना के मद्देनजर, गुरुवार को अंबाला पुलिस ने उच्च स्तरीय सुरक्षा अलर्ट जारी किया है. इसके अलावा, किसानों के जत्थे को रोकने के लिए हरियाणा सीमा पर केंद्रीय अर्धसैनिक बलों की तैनाती की गई है. कई स्थानों पर बैरिकेडिंग भी की गई है, ताकि प्रदर्शनकारी आगे न बढ़ सकें.
अंबाला और जींद में सुरक्षा बढ़ी
अंबाला में शंभू बॉर्डर पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है. साथ गी हरियाणा और पंजाब पुलिस ने अतिरिक्त बल तैनात किया है. पुलिस ने न्यूज एजेंसी पीटीआई को बताया कि वे सिंह बॉर्डर पर स्थिति की निगरानी करेंगे और किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार हैं.अंबाला के अलावा, जिंद जिले में भी धारा 163 लागू की गई है, जहां किसान नेता जगजीत सिंह दल्लेवाल पिछले 10 दिनों से आमरण अनशन पर बैठे हुए हैं.