Bollywood News: आपको साल 2019 में आई आलिया भट्ट और रणवीर सिंह स्टारर फिल्म 'गली ब्वॉय' तो याद ही होगी, जब यह फिल्म भारत की ओर से ऑस्कर में भेजी गई तो ऑडियंस दो धड़ों में बंट गई. कुछ लोगों ने फिल्म की ऑस्कर में एंट्री को सही ठहराया जबकि कुछ लोगों ने कई अन्य फिल्मों का नाम लेते हुए कहा कि ये फिल्में ऑस्कर में एंट्री पाने के लिए ज्यादा योग्य थीं. ऐसा ही कुछ अब 'लापता लेडीज' के साथ भी देखने को मिल रहा है.
'लापता लेडीज' पर भी छिड़ी बहस
'ऑल वी इमेजिन एज लाइट' ज्यादा योग्य थी
लापता लेडीज के फैंस तो इस बात की खुशी मना रहे हैं लेकिन कुछ लोगों का मानना है कि ऑल वी इमेजिन एज लाइट ऑस्कर में जाने के ज्यादा योग्य थी. बता दें कि पायल कपाड़िया की फिल्म ऑल वी इमेजिन एज लाइट को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर जमकर सराहा गया है. यह फिल्म कान्स ग्रांड प्रिक्स पुरस्कार भी जीत चुकी है.
‘लापता लेडीज’ ने सबको पीछे छोड़ा
जानू बरूआ के नेतृत्व वाली 13 सदस्यों की सिलेक्शन कमेटी ने 29 फिल्मों की लिस्ट में से ऑस्कर के लिए इस फिल्म का चुनाव किया है. इस सूची में 12 हिंदी फिल्में, 6 तमिल फिल्में और 4 मलयालम फिल्में भी थीं. इन सभी फिल्मों को पछाड़ कर ‘लापता लेडीज’ ऑस्कर में भारत की आधिकारिक एंट्री बनी है. नितांशी गोयल, प्रतिभा रांटा, स्पर्श श्रीवास्तव और रवि किशन के अभिनय से सजी हुई ये फिल्म ग्रामीण पृष्ठभूमि की महिलाओं की जिंदगी पर आधारित है.