Constitution Debate: संविधान पर बहस के दौरान प्रियंका गांधी ने कहा कि हमारा संविधान एक 'सुरक्षा कवच' है. यह लोगों की रक्षा करता है, दुख की बात है कि सत्ताधारी पार्टी ने उस कवच को तोड़ने की सारी कोशिशें की हैं. प्रियंका गांधी ने पहली बार लोकसभा में भाषण दिया है. प्रियंका का भाषण काफी जोरदार माना जा रहा है.
- प्रियंका गांधी ने कहा कि संविधान एक 'सुरक्षा कवच' है, यह लोगों की रक्षा करता है. सत्ताधारी पार्टी ने संविधान के इस कवच को तोड़ने का प्रयास किया है.
- प्रियंका गांधी ने कहा कि 'बैलेट पर चुनाव करा लीजिए, दूध का दूध-पानी का पानी हो जाएगा', प्रियंका ने डेब्यू स्पीच पर मोदी सरकार को बड़ी चुनौती दी.
- प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा, "आज देश के लोग मांग कर रहे हैं कि जातिगत जनगणना हो. सत्ता पक्ष के साथियों ने इसका जिक्र किया. जातिगत जनगणना इसलिए जरूरी है ताकि हम सबकी स्थिति जान सकें और उसके हिसाब से नीतियां बनाई जा सकें."
- प्रियंका गांधी ने कहा, "संभल के शोकाकुल परिवारों से कुछ लोग हमसे मिलने आए थे. उनमें दो बच्चे थे, अदनान और उजैर. उनमें से एक मेरे बेटे की उम्र का था. प्रियंका ने कहा उनके पिता को पुलिस ने गोली मार दी.
- प्रियंका ने कहा कि 10 साल में बड़े-बड़े दावे करने वाले सत्ता पक्ष के साथियों ने संविधान को तोड़ने की कोशिश की है. संविधान सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक न्याय का वादा करता है.
- प्रियंका गांधी ने कहा कि लेटरल एंट्री और निजीकरण के जरिए बीजेपी की सरकार आरक्षण को कमजोर करने की कोशिश कर रही है."
- वायनाड से नवनिर्वाचित सांसद प्रियंका गांधी ने शुक्रवार को संविधान पर बहस के दौरान संसद में अपना पहला भाषण दिया. सदन में प्रियंका गांधी का पहला भाषण मुख्य रूप से संविधान, आरक्षण और देश भर में जाति जनगणना के लिए प्रयास के इर्द-गिर्द घूमता रहा.
- संविधान को अपनाने की 75वीं वर्षगांठ पर आयोजित इस बहस में पहली बार सांसद बनीं प्रियंका ने संविधान निर्माता बाबासाहेब अंबेडकर के योगदान को उजागर करने के लिए उनका जिक्र किया.
- संविधान पर चर्चा के दौरान प्रियंका ने संभल हिंसा समेत उत्तर प्रदेश में घटी कई घटनाओं का जिक्र किया. कहा कि इस सरकार में महिलाओं के साथ अत्याचार हुआ है.
- प्रियंका गांधी ने संविधान पर बोलते हुए कहा कि यह भारत का संविधान है, बीजेपी के लोग इस संघ की किताब बनाना चाहते हैं.