प्रियंका गांधी 'वन नेशन वन इलेक्शन' पर होने वाली जेपीसी का होंगी हिस्सा, लोकसभा में डेब्यू करते ही मिली बड़ी जिम्मेदारी
वन नेशन वन इलेक्शन बिल पर होने वाली विस्तृत चर्चा के लिए होने वाली संयुक्त संसदीय समिति (JPC) की बैठक में शामिल होने के लिए कांग्रेस ने प्रियंका गांधी वाड्रा और मनीष तिवारी का नाम प्रस्तावित किया है.
वन नेशन वन इलेक्शन बिल पर होने वाली विस्तृत चर्चा के लिए होने वाली संयुक्त संसदीय समिति (JPC) की बैठक में शामिल होने के लिए कांग्रेस ने प्रियंका गांधी वाड्रा और मनीष तिवारी का नाम प्रस्तावित किया है. सूत्रों के हवाले से यह जानकारी सामने आई है.
कुल चार नाम फाइनल
बता दें कि एक देश एक चुनाव विधेयक को विस्तृत चर्चा के लिए जेपीसी के पास भेजा गया है. लोकसभा में कांग्रेस सबसे बड़ी विपक्षी पार्टी है. जेपीसी में शामिल होने के लिए कांग्रेस ने चार नाम फाइनल किए हैं, जिनमें प्रियंका गांधी, मनीष तिवारी, सुखदेव भगत और रणदीप सुरजेवाला का नाम शामिल है.
बता दें कि मनीष तिवारी और रणदीप सुरजेवाला पेशे से वकील भी हैं जबकि सुखदेव भगत एक आदिवासी नेता हैं जबकि प्रियंका गांधी जेपीसी में महिलाओं का नेतृत्व करेंगी. कांग्रेस के अलावा ममता बनर्जी की पार्टी टीएमसी ने भी जेपीसी में शामिल होने के लिए साकेत गोखले और कल्याण बनर्जी का नाम फाइनल किया है.
जेपीसी की बैठक में कितने सदस्य हो सकते हैं
जेपीसी की बैठक में कुल 31 सदस्य हो सकते हैं. सबसे ज्यादा सदस्य सबसे बड़ी पार्टी के होते हैं, ऐसे में जेपीसी में बीजेपी के सबसे ज्यादा सदरस्य होंगे. इसके बाद कांग्रेस पार्टी के सदस्यों की संख्या होगी.
कांग्रेस बीजेपी के अलावा अलग-अलग दलों के सदस्यों को भी इसमें शामिल किया जाएगा. डीएमके की तरफ से जेपीसी में पी विल्सन को मौका मिल सकता है. विल्सन के अलावा डीएमके सांसद टी सेल्वागेथी का नाम बी जेपीसी के लिए भेजे जाने की खबर है.
वन नेशन वन इलेक्शन बिल पर जेपीसी जो फैसला लेगी उसकी के आधार पर सरकार संशोधित बिल को सदन में पेश करेगी. वन नेशन वन इलेक्शन बिल एक संवैधानिक संशोधन है और सरकार को इसके लिए विशेष बहुमत की जरूरत है. यही वजह है कि सरकार जेपीसी के जरिए इस बिल पर आम सहमति बनाने की कवायद में जुटी हुई है.