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'हिमाचल की कांग्रेस सरकार पहले ही गिर जाती, BJP ने जल्दबाजी कर दी...', प्रेम कुमार धूमल ने किया बड़ा दावा

लोकसभा चुनाव में बीजेपी के 240 पर सिमट जाने पर धूमल ने कहा कि हम सीटें क्यों हारे इसके लिए पार्टी सर्वे करा रही है. मुझे लगता है कि अल्पसंख्यों ने इस बार बीजेपी को समर्थन नहीं दिया. टिकटों का बंटवारा भी एक वजह हो सकता है. धूमल ने कहा कि विपक्ष ने सफलता पूर्वक अपना प्रचार किया और एससी-एसटी, ओबीसी और अन्य को मनाने में कामयाब रही कि अगर बीजेपी को 400 सीटें आईं तो वे संविधान बदल देंगे जो कि सही बात नहीं थी. उन्होंने कहा कि इस चुनाव से बीजेपी ने काफी कुछ सीखा है.

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Edited By: India Daily Live
prem kumar dhumal
Courtesy: social media

हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और दिग्गज बीजेपी नेता प्रेम कुमार धूमल (80) ने प्रदेश की प्रदेश की राजनीति पर खुलकर अपनी राय रखी. उन्होंने कहा कि  को पूर्ण बहुमत मिलने के बावजूद पार्टी में आंतरिक कलह और असंतोष कांग्रेस के लिए चुनौतियां पैदा करेगा. धूमल ने कहा कि हालांकि बीजेपी एक काडर आधारित पार्टी है, जहां कार्यकर्ताओं के सुझाव महत्वपूर्ण होते हैं, लेकिन उन्हें कांग्रेस के 6 बागी विधायकों और तीन निर्दलीय को पार्टी में शामिल किए जाने की जानकारी नहीं है. धूमल हमीरपुर से 5 बार के सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर के पिता है. स्वास्थ्य खराब होने के कारण वह ज्यादातर समय समीरपुर गांव में अपने घर में ही रहते हैं.

अनुराग ठाकुर से मंत्री पद छीन लिया गया आप इसे कैसे देखते हैं?

अनुराग ठाकुर को इस बार मंत्री ना बनाए जाने के सवाल पर धूमल ने कहा कि किसे मंत्री बनाया जाएगा किसे क्या जिम्मेदारी मिलेगी यह फैसला लेना का विशेषाधिकार प्रधानमंत्री और गृह मंत्री का है. काडर को आदेशानुसार अपना काम करते रहना चाहिए. उन्होंने कहा कि मैं जानता हूं कि अनुराग को कैबिनेट पद नहीं दिया गया लेकिन अनुराग ने मुझसे इस विषय पर बात नहीं की है. हम इस तरह के मामलों पर कम ही बातचीत करते हैं. 

6 बागियों को बीजेपी में शामिल किए किए जाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि बीजेपी एक काडर आधार पार्टी है. पार्टी ने काडर के प्रतिक्रिया लेकर ही ये फैसला लिया होगा. मुझे इस बात की जानकारी नहीं है कि पार्टी 6 बागियों और तीन निर्दलियों को को शामिल करने जा रही है. उन्होंने कहा कि समय के हिसाब से पार्टी बदलती है, नेतृत्व बदलता है और काम करने के तरीके भी बदलते हैं.

6 उपचुनाव जून में हुए और तीन आज होंगे. आप इसे कैसे देखते हैं?
इस सवाल पर धूमल ने कहा कि सुक्खू सरकार फरवरी में हुए राज्य सभा चुनाव के बाद ही गिर जाती, मुझे लगता है कि हमारी पार्टी ने जल्दबाजी कर दी. हिमाचल प्रदेश जैसे पहाड़ी राज्य में जिसकी अपनी चुनौतियां हैं, लगातार उपचुनाव ठीक नहीं है.

क्या आप मानते हैं कि राज्य सरकार स्थिर है?
इस सवाल पर प्रेम कुमार धूमल ने कहा कि बहुमत मिलने के बाद भी कांग्रेस के विधायकों में नाराजगी और असंतोष का माहौल है. धूमल ने कहा, 'मैं इस पर निजी कमेंट नहीं करूंगा लेकिन सुक्खू के लिए सरकार को 5 सालों तक चलाना कठिन होगा.'