Prashant Kishor NDA clean sweep Prediction: चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने लोकसभा चुनावों को लेकर बड़ी भविष्यवाणी की है. प्रशांत किशोर का कहना है कि बिहार में एनडीए क्लीन स्वीप करेगा. नीतीश कुमार के एनडीए में शामिल होने के एक दिन बाद प्रशांत किशोर ने ये भविष्यवाणी की है. बता दें कि 2019 में हुए लोकसभा चुनाव में NDA ने बिहार की 40 लोकसभा सीटों में से 39 पर जीत हासिल की थी. महागठबंधन से सिर्फ कांग्रेस ने एक सीट जीती थी.
एक न्यूज चैनल से विशेष बातचीत में प्रशांत किशोर ने कहा कि आने वाले लोकसभा चुनाव में भाजपा के नेतृत्व वाला राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) बिहार में क्लीन स्वीप करेगा. बिहार के बेगुसराय में मौजूद प्रशांत किशोर ने महागठबंधन (राजद, कांग्रेस, वाम दल) को छोड़ने के लिए नीतीश कुमार की आलोचना भी की और कहा कि वे अपनी राजनीतिक करियर की आखिरी पारी खेल रहे हैं.
प्रशांत किशोर ने 2025 में बिहार में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर भी भविष्यवाणी की. उन्होंने कहा कि अगले साल यानी 2025 में होने वाले बिहार विधानसभा चुनाव में नीतीश कुमार की जनता दल यूनाइडेट (JDU) 20 से ज्यादा सीटें नहीं जीत पाएगी. उन्होंने कहा कि अगले विधानसभा में नीतीश कुमार चाहे किसी भी गठबंधन के साथ चुनाव लड़ें, उनकी पार्टी 20 से ज्यादा सीटों पर जीत हासिल नहीं कर पाएगी. उन्होंने कहा कि अगर जेडीयू 20 से अधिक सीटें जीती, तो मैं जो कुछ भी कर रहा हूं, वो छोड़ दूंगा.
चुनावी रणनीतिकार और जनसुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर ने ये भी दावा किया कि जनता दल यूनाइडेट और भारतीय जनता पार्टी का ये गठबंधन बिहार विधानसभा चुनाव तक टिक नहीं पाएगा. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार को जनता खारिज कर चुकी है, इसलिए वे अपनी कुर्सी को बचाने के लिए कुछ भी कर रहे हैं.
उन्होंने कहा कि अगर भाजपा, नीतीश कुमार के साथ न जाकर अकेले 2024 लोकसभा का चुनाव लड़ती, तो ज्यादा फायदे में रहती. प्रशांत किशोर ने ये भी कहा कि सिर्फ नीतीश कुमार ही नहीं, बल्कि राज्य की लगभग सभी पार्टियां पलटने में माहिर हैं.
नीतीश कुमार ने रविवार को महागठबंधन सरकार के घटक दलों, राजद और कांग्रेस से नाता तोड़ लिया और रिकॉर्ड नौवीं बार बिहार के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली. जदयू सुप्रीमो नीतीश कुमार इससे पहले अगस्त 2022 में NDA फोल्डर से बाहर आए थे और महागठबंधन में शामिल होकर राज्य में सरकार बनाई थी. तब उन्होंने भाजपा पर उनकी पार्टी को तोड़ने की साजिश का आरोप लगाया था.