Pramod krishnam over DMK: अयोध्या में भगवान राम के भव्य मंदिर उद्घाटन समारोह में शामिल होने वाले कांग्रेस के सीनियर नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम ने तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन की पार्टी द्रविड़ मुन्नेत्र कड़गम यानी DMK पर निशाना साधा है. प्रमोद कृष्णम ने अपने सोशल मीडिया हैंडल पर एक वीडियो को शेयर कर डीएमके का फुल फॉर्म बताया है. साथ ही उन्होंने भगवान श्रीराम का जयकारा भी लगाया.
प्रमोद कृष्णम ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर वीडियो शेयर कर लिखा कि तमिलनाडु में अब डेंगू (D) मलेरिया (M) कोढ़ (K) के खत्म होने का समय आ गया, जय-जय श्री राम. दरअसल, प्रमोद कृष्णम ने जिस वीडियो को शेयर किया है, उसमें हजारों की संख्या में सनातनी लोगों की भीड़ दिख रही है, जो भगवा झंडे का साथ दिख रहे हैं. भीड़ में शामिल महिलाओं के सिर पर कलश दिख रहा है.
तमिलनाडु में “अब”
— Acharya Pramod (@AcharyaPramodk) January 25, 2024
डेंगू (D) मलेरिया (M) कोढ़ (K) के ख़त्म होने का समय आ गया, जय-जय श्री राम. https://t.co/49JRAWYsLT
वीडियो को देखकर अंदाजा लगाया जा सकता है कि ये किसी कलशयात्रा का वीडियो है, जिसमें हजारों की संख्या में लोग शामिल हैं और उनके हाथों में भगवा रंग का झंडा है. बता दें कि ये पहली बार नहीं है, जब प्रमोद कृष्णम ने डीएमके पर निशाना साधा है. दरअसल, पिछले साल एमके स्टालिन के बेटे उदयनिधि स्टालिन ने सनातन धर्म को लेकर विवादित बयान दिया था, जिसके बाद इस मामले पर खूब चर्चा हुई थी. उस दौरान भी प्रमोद कृष्णम ने उदयनिधि स्टालिन और डीएमके पर हमला बोला था. उस दौरान भी उन्होंने डीएमके का फुल फॉर्म बताया था और लिखा था- D-डेंगू M-मलेरिया K-कुष्ठ रोग= DMK.
D-डेंगू M-मलेरिया K-कुष्ठ रोग= DMK
— Acharya Pramod (@AcharyaPramodk) September 7, 2023
उदयनिधि स्टालिन ने पिछले साल सनातन धर्म की तुलना डेंगू और कोरोनावायरस से की. उन्होंने कहा था कि सनातन धर्म डेंगू, मलेरिया और कोरोनावायरस की तरह है, जिसका महज विरोध नहीं बल्कि इन्हें समाज से खत्म किया जाना चाहिए. इसके अलावा, करीब एक हफ्ते पहले भी उदयनिधि स्टालिन ने राम मंदिर को लेकर विवादित बयान दिया था और कहा था कि हम मस्जिद को तोड़कर उस जगह मंदिर बनाने का समर्थन नहीं करते.
बता दें कि कांग्रेस पार्टी को राम मंदिर उद्घाटन समारोह में शामिल होने के लिए मंदिर ट्रस्ट की ओर से न्योता भेजा गया था, जिसे कांग्रेस ने ठुकरा दिया था. इसके बावजूद कांग्रेस के सीनियर नेता 22 जनवरी को राम मंदिर उद्घाटन और रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के दिन अयोध्या पहुंचे थे और समारोह में शामिल हुए थे.
इस दौरान प्रमोद कृष्णम ने न सिर्फ प्रधानमंत्री मोदी की तारीफ की थी, बल्कि राम मंदिर उद्घाटन के लिए मिले न्योता को ठुकराने वालों को नसीहत भी दी थी. उन्होंने पीएम मोदी की तारीफ में कहा था कि अगर नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री नहीं होते, तो राम मंदिर का सपना कभी पूरा नहीं होता.
वहीं, उन्होंने मंदिर उद्घाटन के लिए मिले न्योते को ठुकराने वालों को नसीहत देते हुए कहा था कि हमारी लड़ाई भाजपा से है, न की भगवान राम से. उन्होंने कहा था कि भगवान राम का विरोध कभी भी नहीं की जा सकता है. भगवान राम को कभी नहीं हराया जा सकता है, वे भारत की आत्मा हैं.