दिल्ली में बिजली संकट पर गरमाई सियासत, आतिशी ने BJP पर लगाए गंभीर आरोप
आतिशी ने यह स्पष्ट किया कि दिल्ली में उनकी सरकार के कार्यकाल के दौरान बिजली की आपूर्ति सुचारू रूप से चल रही थी, लेकिन जैसे ही सरकार में परिवर्तन हुआ, बिजली कटौती की समस्याएं बढ़ने लगीं, जिससे नागरिकों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ा.
Delhi Power Cut: दिल्ली की कार्यवाहक मुख्यमंत्री आतिशी ने भारतीय जनता पार्टी (भा.ज.पा.) पर राजधानी में पावर कट के मुद्दे को लेकर गंभीर आरोप लगाए हैं. उनका कहना है कि भाजपा के सत्ता में आने के बाद से ही दिल्ली में बिजली की समस्या बढ़ गई है और पावर कट की घटनाएं बढ़ने लगी हैं. आतिशी ने दावा किया कि राजधानी के विभिन्न हिस्सों से सैकड़ों लोग पावर कट की शिकायत कर रहे हैं और इसके कारण उन्हें इनवर्टर तक खरीदने पर मजबूर होना पड़ा है.
तीन दिन में ही गलती का अहसास - आतिशी
आपको बता दें कि आतिशी ने मीडिया से बात करते हुए कहा, ''तीन दिन के अंदर ही दिल्लीवासियों को अपनी गलती का अहसास हो गया है. अब उन्हें महसूस हो रहा है कि आम आदमी पार्टी (AAP) की सरकार हटने के बाद दिल्ली में बिजली की स्थिति बेहद खराब हो गई है.'' उन्होंने यह भी बताया कि कई लोग अब इनवर्टर खरीद रहे हैं और इसके कारण आम नागरिकों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.
पावर सेक्टर के ध्वस्त होने का आरोप
वहीं आतिशी ने आगे कहा, ''पावर सेक्टर का ध्वस्त होना यह साबित करता है कि हमारी सरकार ने हर दिन, हर घंटे बिजली के प्रबंधन को मॉनिटर किया था. लेकिन जैसे ही आम आदमी पार्टी की सरकार हटी, पावर सेक्टर का बुरा हाल हो गया. अब लोग मुझसे फोन करके कह रहे हैं कि हमसे गलती हो गई है.'' उन्होंने मयूर विहार क्षेत्र का उदाहरण देते हुए बताया कि वहां हाल ही में बिजली कटने के बाद कई लोगों ने इनवर्टर खरीदने का फैसला किया.
भाजपा की नाकामी पर सवाल उठाते हुए आतिशी
बताते चले कि आतिशी ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि 1993 से 1998 तक भाजपा के शासन में भी पावर सेक्टर का हाल कुछ खास नहीं था. उन्होंने कहा, ''अब भाजपा के तहत 20 राज्यों में बिजली का यही हाल है. दिल्ली को अब यूपी जैसा बना दिया जा रहा है.'' आतिशी ने यह भी कहा कि अगर फरवरी में ही पावर कट की यह स्थिति है, तो गर्मियों के महीनों में जब पावर डिमांड बढ़ेगा, तब स्थिति और भी खराब हो सकती है.
भाजपा पर शिक्षा और अनुभव की कमी का आरोप
इसके अलावा बता दें कि आतिशी ने एक बार फिर भाजपा सरकार की नाकामी पर सवाल उठाते हुए कहा, ''यह दुख की बात है कि भाजपा ने दिल्ली में वही हालात पैदा कर दिए हैं जो यूपी में हुआ करते थे. अरविंद केजरीवाल की सरकार ने पावर सेक्टर को अच्छे से चलाया, लेकिन भाजपा के पास न तो अनुभव है, न ही शिक्षा.''
BJP सरकार के तहत दिल्ली की स्थिति
बहरहाल, आगे आतिशी ने यह भी कहा कि भाजपा ने चुनाव के नतीजों के बाद 8 तारीख को ही दिल्ली में शासन संभाल लिया था और उस दिन से ही सरकारी दफ्तरों में ताले लगने शुरू हो गए थे. ''अब दिल्लीवाले यह समझने लगे हैं कि भाजपा को लाने से क्या परिणाम हो रहे हैं.''