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India Daily

BBC Controversy: पहलगाम हादसे के बाद 'मिलिटेंट' और 'टेररिस्ट' शब्दों को लेकर क्यों मचा घमासान, जानें क्या है अंतर?

BBC Report Controversy: पश्चिमी मीडिया जैसे वाशिंगटन पोस्ट, द गार्जियन, रॉयटर्स और एसोसिएटेड प्रेस ने पहलगाम हमलावरों को 'मिलिटेंसी' के रूप में दिखाया है, जिसको लेकर मोदी सरकार ने बीबीसी को फटकार भी लगाई है, जबकि अमेरिका विदेश से NYT को पहले ही फटकार लगा चुका है.

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Edited By: Ritu Sharma
BBC Report Controversy
Courtesy: Social Media

BBC Report Controversy: पिछले हफ्ते पहलगाम में हुए हमले के बाद, पश्चिमी मीडिया, जैसे कि वाशिंगटन पोस्ट, द गार्जियन, रॉयटर्स और एसोसिएटेड प्रेस ने हमलावरों को 'मिलिटेंट' के रूप में डिस्क्राइब्ड किया. वहीं, भारत सरकार ने इसी शब्दावली पर नाराजगी जाहिर करते हुए BBC इंडिया के प्रमुख जैकी मार्टिन को एक पत्र लिखा. इससे पहले, अमेरिकी सदन की विदेश मामलों की समिति ने न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्टिंग पर आपत्ति जताई थी, जिसमें हमलावरों के लिए 'गनमेन' और 'मिलिटेंट' जैसे शब्दों का इस्तेमाल किया गया था. 

टेररिज्म और मिलिटेंसी में क्या है अंतर

बता दें कि भारत में अनऑथोराइज्ड एक्टिविटीज (प्रिवेंशन) एक्ट, 1967 के तहत 'टेररिस्ट' को ऐसा व्यक्ति माना जाता है 'जो भारत की एकता, अखंडता, सुरक्षा या संप्रभुता को खतरे में डालने का संकल्प लेता हो या ऐसा कार्य करने की कोशिश करता हो.' वहीं, विशेषज्ञों के अनुसार 'मिलिटेंट' एक व्यापक शब्द है जिसका उपयोग किसी भी ऐसे व्यक्ति के लिए किया जाता है जो राजनीतिक या सामाजिक कारणों के समर्थन में हिंसात्मक विधियों का सहारा लेता है, चाहे उसका उद्देश्य आम जनता में आतंक का माहौल पैदा करना हो या रिवल्स पर दबाव बनाना हो. मणोहर पररिकर इंस्टीट्यूट फॉर डिफेंस स्टडीज एंड एनालिसिस (MP-IDSA) के रिसर्चर आदिल राशीद ने बताया, ''तीन शब्द - 'टेररिस्ट', 'मिलिटेंट' और 'रेडिकल' सामान्य नहीं हैं और इन्हें एक दूसरे के स्थान पर इस्तेमाल नहीं किया जाना चाहिए.'

इंटरनेशनल पर्सपेक्टिव का अलग सोच 

वहीं एनसाइक्लोपीडिया ब्रिटानिका और जॉन फिलिप जेनकिन्स के अनुसार, टेररिज्म का मतलब है 'आक्रामक हिंसा का उपयोग कर जनता में भय का माहौल पैदा करना ताकि किसी विशेष राजनीतिक उद्देश्य को प्राप्त किया जा सके.'' अमेरिकी फेडरल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन (FBI) के अनुसार, टेररिज्म 'उन हिंसात्मक आपराधिक गतिविधियों को संदर्भित करता है जो व्यक्तियों या समूहों द्वारा राजनीतिक, धार्मिक, सामाजिक, नस्लीय या पर्यावरणीय उद्देश्यों के पूरक किए जाते हैं.'

दुनियाभर की मीडिया क्यों करती है अलग रिपोर्टिंग?

इन सबके अंतर को समझते हुए गौर करने वाली बात यह है कि अंतरराष्ट्रीय मीडिया हाउस हमेशा इन परिभाषाओं का पालन नहीं करते. इग्ज़ैम्पल - एसोसिएटेड प्रेस (AP) ने 1990 के दशक से ही सलाह दी है कि 'आतंकी' और 'आतंकवाद' जैसे शब्दों का इस्तेमाल केवल आधिकारिक बयानों या डायरेक्ट उद्धरणों में ही किया जाए. बता दें कि एपी के वाइस प्रेसिडेंट फॉर स्टैंडर्ड्स, जॉन डैनिजेव्स्की ने 2013 में 'वॉयस ऑफ अमेरिका' को बताया था कि मीडिया को शब्दों के चयन में निष्पक्षता बरतनी चाहिए.

मीडिया के लिए दिशानिर्देश

इसके अलावा, 2013 में वॉइस ऑफ अमेरिका में एसोसिएटेड प्रेस के वाइस प्रेसिडेंट जॉन डेनिसजोव्सकी का बयान आया, ''Since the 1990s, The Associated Press has advised against the use of the words 'terrorist' and 'terrorism,' other than in direct quotations or when attributed to authorities.'' यह बयान दिखाता है कि कैसे कुछ मीडिया संस्थान शब्दावली के चयन में सावधानी बरतते हैं.