राम मंदिर उद्घाटन से पहले ओवैसी ने उगला जहर, मुस्लिमों को लेकर दिया भड़काऊ बयान
Asaduddin Owaisi on Ram Temple: अयोध्या में बन रहे भव्य राम मंदिर में 22 जनवरी को रामलला का प्राण प्रतिष्ठा होना है. राम मंदिर के उद्घाटन से पहले AIMIM चीफ और हैदराबाद सांसद असदुद्दीन ओवैसी का एक बयान सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है जिसमें ओवैसी मस्जिदों को आबाद रखने की अपील कर रहे हैं.
Asaduddin Owaisi on Ram Temple: अयोध्या में बन रहे भव्य राम मंदिर में 22 जनवरी को रामलला का प्राण प्रतिष्ठा होना है. इस प्राण प्रतिष्ठा में शामिल होने के लिए पीएम मोदी, सीएम योगी समेत कई लोगों को निमंत्रण भेजा गया है. राम मंदिर के उद्घाटन की तारीख जैसे-जैसे करीब आ रही है, वैसे-वैसे इस मुद्दे पर सियासत भी तेज होती जा रही है. राम मंदिर के उद्घाटन से पहले AIMIM चीफ और हैदराबाद सांसद असदुद्दीन ओवैसी का एक बयान सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है जिसमें ओवैसी मस्जिदों को आबाद रखने की अपील कर रहे हैं.
असदुद्दीन ओवैसी ने कौम के नौजवानों से की अपील
AIMIM चीफ और हैदराबाद सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने अपने कौम के नौजवानो से अपील करते हुए अपनी मिल्ली हमीयत और ताकत को बरकरार रखने और अपनी मस्जिदों को आबाद रखने की बात कह रहे हैं. वीडियो में ओवैसी कह रहे हैं कि नौजवानों मैं तुमसे कह रहा हूं, हमारी मस्जिद हमने गंवा दी और वहां क्या किया जा रहा है आप देख रहे हैं. नौजवानों, क्या तुम्हारे दिलों में तकलीफ नहीं होती?
'मस्जिदों को लेकर साजिश हो रही है'
असदुद्दीन ओवैसी ने आगे कहा कि जहां 500 साल हमने बैठकर कुरान-ए-करीम का जिक्र किया हो, आज वो जगह हमारे हाथ में नहीं है. नौजवानो, क्या तुमको नहीं दिख रहा कि तीन-चार और मस्जिदों को लेकर साजिश हो रही है, जिसमें दिल्ली की सुनहरी मस्जिद भी शामिल है. ये जो ताकतें हैं, तुम्हारे दिलों से इत्तेहाद को निकालना चाहते हैं. ये ऐसा क्यों चाहते हैं? क्योंकि मिल्ली गीरत को खत्म कर दिया जाए, मिल्ली हमीयत को खत्म कर दिया जाए. वर्षों की मेहनत के बाद आज हमारा एक मुकाम हमने पैदा किया है. आपको इन चीजों पर गौर करना है'.
अपनी मस्जिदों को आबाद रखिए- ओवैसी
असदुद्दीन ओवैसी ने मुस्लिम कौम से अपील करते हुए कहा कि आप अपनी मिल्ली हमीयत को, अपनी ताकत को बरकरार रखिए. अपनी मस्जिदों को आबाद रखिए. कहीं ऐसा ना हो कि ये मस्जिदें हमसे छीन ली जाएं. मुझे उम्मीद है, इंशा अल्लाह... आज का ये नौजवान जो कल का बूढा होगा...वो अपनी नजरों को आगे रखकर, अपने दिमाग पर जोर डालकर सोचेगा की किस तरीके से मुझे अपने आपको, अपने खानदान को, अपने शहर को, अपने मुहल्ले को बचाना है. इत्तेहाद एक ताकत है, इत्तेहाद एक नेमत है'.