नॉर्थ-ईस्ट दिल्ली में पुलिस की लापरवाही की खबर सामने आई है. यहां न्यू उस्मानपुर इलाके में तीन दिन पहले हुई लूट के मामले में पुलिस की ने स्नैचिंग का केस दर्ज कर लिया. जब इस मामले को तीन दिन बीत गया तो पीड़िता ने खुद से सबूत जुटाने शुरू कर दिया, हद तो तब हो गई जब बात आला अधिकारियों तक पहुंची तो भी पुलिस हरकत में नहीं आई और केस में बदलाव या कोई जांच शुरू नहीं हुई. दरअसल एक पीड़िता दिल्ली पुलिस के पास लूट का मामला लेकर गई लेकिन पुलिस ने स्नैचिंग का केस दर्ज कर लिया. इतना ही नहीं जांच पड़ताल के लिए घटनास्थल का भी मुआयना नहीं किया.
ऐसे में पुलिस को चुप देख वारदात के तीन बाद पीड़िता ने खुद लोगों की मदद से इलाके में लगे सीसीटीवी कैमरे से वारदात की फुटेज निकाला.सीसीटीवी फुटेज देख कर पूरा मामला साफ हो गया कि बदमाशों ने पिस्टल के बल पर लूट की वारदात को अंजाम दिया.
बता दें कि 27 अगस्त की रात करीब 3 बजे गांव से लौट रहे गौरव शुक्ला उनके चाचा और भाई के साथ न्यू उस्मानपुर थाना इलाके के साढे 3 पुश्त पर लूट की वारदात हुई थी. जहां स्कूटी पर आए बाइक सवार तीन बदमाशों ने पिस्टल दिखाकर दो मोबाइल के अलावा बैग लूट लिया था. बैग में 6,500 कैश और लैपटॉप था. पीड़ित ने आरोपियों के फरार होने के बाद पीसीआर कॉल की थी. इसके बाद थाने चले गए थे.
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— Sachin Gupta (@SachinGuptaUP) September 1, 2024
पिस्टल से लैस बदमाशों ने गौरव शुक्ला, धीरज शुक्ला और सौरभ शुक्ला से कैश, बैग, मोबाइल लूट लिए। ये तीनों हॉस्पिटल से अपने रूम पर लौट रहे थे।
27 अगस्त को लूट हुई। पीड़ित ने ये CCTV फुटेज खुद निकालकर उस्मानपुर थाने की पुलिस को दी है। pic.twitter.com/5kQxqWv4m7
बयान लेने वाले पुलिसकर्मी ने एसएचओ की बेइज्जती होने का हवाला देकर बयान में पिस्टल ना बोलने की बात कही थी. उसने यह भी कहा था कि लिखवाया भी तो हम नहीं लिखेंगे. अगर लिखा भी तो तुम्हें ही बार-बार बुलाकर परेशान करेंगे. जिसके कारण पीड़ित ने पिस्टल वाली बात बयान से हटा दी थी. जिसकी मदद से पुलिस ने लूट के केस को स्नैचिंग का केस बना दिया.
हालांकि बात जब बाहर आई तो 28 अगस्त को आईओ ने पीड़िता को कॉल कर थाने आने के लेकिन जब वह वहां पहुंचा तो पुलिस नहीं थी, जिसके बाद फोन पर भी मामले को टालने का आभास हो रहा था फिर पीड़िता ने खुद लोगों की मदद से सबूत जुटाना शुरू किया.
वहीं वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, 'स्नैचिंग के केस को लूट में बदला जा रहा है. साथ ही आरोपियों की तलाश शुरू कर दी गई है. जल्द वो भी पकड़ लिए जाएंगे. वहीं जिन पुलिसवालों ने लूट के केस को स्नैचिंग का केस बनाया उनके खिलाफ भी एक्शन लिया जाएगा'.