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गाड़ी रोकी, पिस्टल ताना और छीन लिया सबकुछ, दिल्ली में बदमाशों के हौसले देख कांप जाएंगे, देखें VIDEO

दिल्ली से एक हैरान करने वाली खबर सामने आ रही है. यहां पुलिस ने एक लूट के मामले को स्नैचिंग में बदलने की कोशिश की. इतना ही नहीं घटना के तीन दिन बीत जाने के बाद भी इस पर किसी तरह का कोई एक्शन नहीं मिला गया. पुलिस के रवैये से परेशान शख्स ने खुद से सारा प्रूफ जमा किया, बावजूद पुलिस हरकत में नहीं आई है.

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Edited By: India Daily Live
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Courtesy: Social Media

नॉर्थ-ईस्ट दिल्ली में पुलिस की लापरवाही की खबर सामने आई है. यहां न्यू उस्मानपुर इलाके में तीन दिन पहले हुई लूट के मामले में पुलिस की ने स्नैचिंग का केस दर्ज कर लिया. जब इस मामले को तीन दिन बीत गया तो पीड़िता ने खुद से सबूत जुटाने शुरू कर दिया, हद तो तब हो गई जब बात आला अधिकारियों तक पहुंची तो भी पुलिस हरकत में नहीं आई और केस में बदलाव या कोई जांच शुरू नहीं हुई. दरअसल एक पीड़िता दिल्ली पुलिस के पास लूट का मामला लेकर गई लेकिन पुलिस ने स्नैचिंग का केस दर्ज कर लिया. इतना ही नहीं जांच पड़ताल के लिए घटनास्थल का भी मुआयना नहीं किया.

ऐसे में पुलिस को चुप देख वारदात के तीन बाद पीड़िता ने खुद लोगों की मदद से इलाके में लगे सीसीटीवी कैमरे से वारदात की फुटेज निकाला.सीसीटीवी फुटेज देख कर पूरा मामला साफ हो गया कि बदमाशों ने पिस्टल के बल पर लूट की वारदात को अंजाम दिया.

क्या है पूरा मामला?

बता दें कि 27 अगस्त की रात करीब 3 बजे गांव से लौट रहे गौरव शुक्ला उनके चाचा और भाई के साथ न्यू उस्मानपुर थाना इलाके के साढे 3 पुश्त पर लूट की वारदात हुई थी. जहां स्कूटी पर आए बाइक सवार तीन बदमाशों ने पिस्टल दिखाकर दो मोबाइल के अलावा बैग लूट लिया था. बैग में 6,500 कैश और लैपटॉप था. पीड़ित ने आरोपियों के फरार होने के बाद पीसीआर कॉल की थी. इसके बाद थाने चले गए थे.

लूट के केस को स्नैचिंग का केस बना दिया

बयान लेने वाले पुलिसकर्मी ने एसएचओ की बेइज्जती होने का हवाला देकर बयान में पिस्टल ना बोलने की बात कही थी. उसने यह भी कहा था कि लिखवाया भी तो हम नहीं लिखेंगे. अगर लिखा भी तो तुम्हें ही बार-बार बुलाकर परेशान करेंगे. जिसके कारण पीड़ित ने पिस्टल वाली बात बयान से हटा दी थी. जिसकी मदद से पुलिस ने लूट के केस को स्नैचिंग का केस बना दिया.

पीड़िता ने खुद जुटाया सबूत

हालांकि बात जब बाहर आई तो 28 अगस्त को आईओ ने पीड़िता को कॉल कर थाने आने के लेकिन जब वह वहां पहुंचा तो पुलिस नहीं थी, जिसके बाद फोन पर भी मामले को टालने का आभास हो रहा था फिर पीड़िता ने खुद लोगों की मदद से सबूत जुटाना शुरू किया.

पुलिस पर लिया जाएगा एक्शन

वहीं वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, 'स्नैचिंग के केस को लूट में बदला जा रहा है. साथ ही आरोपियों की तलाश शुरू कर दी गई है. जल्द वो भी पकड़ लिए जाएंगे. वहीं जिन पुलिसवालों ने लूट के केस को स्नैचिंग का केस बनाया उनके खिलाफ भी एक्शन लिया जाएगा'.