नई दिल्ली: मुख्तार अंसारी के बेटे उमर अंसारी ने अपने पिता पर खतरे की आशंका जताते हुए सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है. उमर अंसारी ने यूपी के बांदा जेल में बंद पिता मुख्तार अंसारी को उत्तर प्रदेश के बाहर किसी और जेल में ट्रांसफर करने की मांग करते हुए सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की है. दायर की गयी याचिका में अतीक अहमद हत्याकांड समेत उत्तर प्रदेश में हुई विभिन्न घटनाओं का जिक्र किया है. इसी साल बीते 15 अप्रैल को अतीक अहमद और उनके भाई खालिद अजीम उर्फ अशरफ की चिकित्सा जांच के लिए पुलिस अधिकारियों की कस्टडी में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. जिसकी तस्वीर वहां मौजूद कमरे में कैद हो गयी थी.
माफिया मुख्तार अंसारी के बेटे उमर अंसारी ने सुप्रीम कोर्ट से निवेदन किया है कि उनके पिता मुख्तार अंसारी को यूपी की बांदा जेल से बाहर किसी गैर-बीजेपी शासित राज्य के किसी भी जेल में स्थानांतरित करने के लिए उचित निर्देश दिया जाए. इसके साथ याचिका में इस बात की मांग की गयी है "मुख्तार अंसारी को केवल वर्चुअल कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से अदालतों में पेश किया जाए, क्योंकि उनके जीवन पर गंभीर खतरे की आशंका है. राज्य सरकार उनके पिता के खिलाफ व्यक्तिगत रूप से शत्रुतापूर्ण रुख अपना रहा है. उनके पिता को विश्वसनीय जानकारी मिली है कि उनका जीवन गंभीर खतरे में है और उनके खिलाफ साजिश चल रही है. ऐसे में उनकी हत्या की जा सकती है. वो बेहद भयभीत और चिंतित है."
उमर अंसारी ने अपनी याचिका में कहा "पिता के जीवन की रक्षा के एकमात्र उद्देश्य के साथ न्यायालय का दरवाजा खटखटाने के लिए वो बाध्य है. उमर अंसारी का यह भी दावा है कि राजनीतिक लाभ के लिए उनकी हत्या की योजना को 2024 के आम चुनाव से पहले और संभवतः दिसंबर 2023 के महीने में अंजाम दिए जाने की संभावना है. इससे पहले मुख्तार अंसारी की पत्नी ने इलाहाबाद हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था और अदालत ने अंसारी की सुरक्षा बढ़ाने का आदेश दिया था. लेकिन यह सुरक्षा पर्याप्त नहीं होगी."
SC में दाखिल याचिका में उमर अंसारी ने कहा, "हत्या के लिए भाड़े के हत्यारों को पुलिस किसी छोटे-मोटे अपराध में गिरफ्तार कर बांदा जेल ले जाएगी, जहां उनके पिता बंद हैं. इसके बाद इन हत्यारों को जेल के अंदर हथियार पहुंचाए जाएंगे और सिक्योरिटी सिस्टम में चूक करके उनके पिता मुख्तार अंसारी पर हमला करने का मौका दिया जाएगा, जिससे यह गैंग-वॉर की घटना जैसा लगेगा. इसी दौरान किराए के हत्यारों के जरिए पुलिस हत्या करवा सकती है."