पीएम ने लिया गजराज का आशीर्वाद, तमिलनाडु के श्रीरंगनाथ स्वामी मंदिर में की पूजा

पीएम मोदी ने 20 जनवारी को तमिलनाडु के तिरुचिरापल्ली के श्रीरंगम में प्रसिद्ध श्री रंगनाथस्वामी मंदिर में पूजा-अर्चना की. पीएम अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा से पहले देश के विभिन्न मंदिरों में पूजा अनुष्ठान कर रहे हैं

नई दिल्ली: पीएम मोदी ने 20 जनवारी को तमिलनाडु के तिरुचिरापल्ली के श्रीरंगम में प्रसिद्ध श्री रंगनाथस्वामी मंदिर में पूजा-अर्चना की. पीएम अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा से पहले देश के विभिन्न मंदिरों में पूजा अनुष्ठान कर रहे हैं. श्री रंगनाथस्वामी मंदिर को भगवान विष्णु के सबसे महत्वपूर्ण मंदिरों में से एक माना जाता है. इस मंदिर का श्रीराम की कथा से गहरा नाता है. पौराणिक मान्यता है कि श्रीरंगम में पूजे जाने वाले देवता श्रीरंगनाथ स्वामी भगवान विष्णु का ही एक रूप हैं.

इस मंदिर में पूजा-अर्चना के लिए पीएम मोदी पारंपरिक पोशाक पहनकर आए. हालांकि, पूजा-अर्चना के बाद एक वीडियो सामने आया है, जिसमें उन्हें एक हाथी को खाना खिलाते हुए देखा जा सकता है. इसके बाद अब उन्हें मंदिर में हाथी को खाना खिलाते हुए देखा गया है. सिर्फ इतना ही नहीं, बल्कि उन्होंने गजरात से आशीर्वाद भी लिया.

 

क्या है इस मंदिर का महत्व?

इस मंदिर का अलग महत्व है. कहा जाता है कि यहां जो मूर्ति है उसकी पूजा राम और उनके पूर्वजों ने की थी. इसे ब्रह्मा ने श्रीराम के पूर्वजों को दिया था. वे इस मूर्ति को अयोध्या में अपने साथ रखते थे और रोजाना पूजा करते थे. एक बार जब विभीषण ने श्रीराम से अनमोल उपहार मांगा तो उन्होंने यह मूर्ति विभीषण को दे दी और इसकी पूजा करने को कहा. जब विभीषण लंका की ओर जा रहे थे तो रास्ते में यह मूर्ति श्रीरंगम में स्थापित की गई. 

मंदिर का निर्माण

रंगनाथस्वामी मंदिर का निर्माण विजयनगर काल (1336-1565) के दौरान किया गया था. मंदिर में विराजमान देवता के निवास को अक्सर नाम पेरुमल और अजहागिया मनावलन के तौर पर जाना जाता है. तमिल में इसका मतलब 'हमारे भगवान' और 'सुंदर दूल्हा' है. भव्य रंगनाथस्वामी मंदिर भगवान रंगनाथ का घर है, जो लेटी हुई मुद्रा में भगवान विष्णु का एक रूप हैं.