प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राष्ट्रपति के अभिभाषण के लिए धन्यवाद प्रस्ताव पर हुई चर्चा का जवाब दे रहे हैं. इस दौरान पीएम मोदी ने कांग्रेस पार्टी पर तीखा हमला करते हुए कहा कि जब किसी को ज्यादा बुखार चढ़ जाता है, तब वे बेतुकी बातें करने लगते हैं. मोदी ने आगे कहा, "इससे भी ज्यादा हताशा और निराशा फैलने पर लोग और भी बेतुकी बातें करने लगते हैं.
न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक,. प्रधानमंत्री ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि "जिनका जन्म भी नहीं हुआ था, जो भारत की धरती पर अवतरित भी नहीं हुए थे, ऐसे 10 करोड़ फर्जी लोग सरकारी योजनाओं का लाभ उठा रहे थे.
#WATCH | PM Narendra Modi says, "When the fever is high, people utter anything. But they also utter things when they are highly dejected...Those who were not born in India - 10 crore such frauds were reaping benefits of government funds through various schemes...We removed names… pic.twitter.com/wk3cx4AZYf
— ANI (@ANI) February 4, 2025
सरकारी योजनाओं में सुधार की जरूरत
प्रधानमंत्री मोदी ने यह स्पष्ट किया कि उनके नेतृत्व में यह सुनिश्चित किया गया कि सही लाभार्थियों को ही सरकारी योजनाओं का लाभ मिले. उन्होंने बताया कि यह बदलाव राजनीतिक लाभ को ध्यान में रखते हुए नहीं, बल्कि सही को सही और गलत को हटाने की भावना से किया गया. उन्होंने कहा, "हमने 10 करोड़ लोगों के नामों को हटाया और असली लाभार्थियों को खोजकर उन्हें लाभ पहुंचाया. मोदी ने जोर देकर कहा कि इस प्रक्रिया में किसी भी प्रकार का अन्याय नहीं होने दिया गया.
कबाड़ बेचकर सरकारी खजाने में आए 2300 करोड़ रुपये- पीएम मोदी
पीएम मोदी ने आगे कहा कि, हमने सरकारी खरीद में भी टेक्नोलॉजी का भरपूर उपयोग किया. जैम पोर्टल से जो खरीदी हुई, आम खरीदी से कम पैसे में खरीदी हुई और सरकार के 1 लाख 15 हजार करोड़ की बचत हुई. हमारी स्वच्छता अभियान का मजाक उड़ाया गया, क्या-क्या नहीं कहा गया. सिर्फ सरकारी दफ्तरों से जो कबाड़ बेचा गया, 2300 करोड़ रुपये मिले हैं सरकार को. महात्मा गांधी ट्रस्टी कहते थे और कहते थे कि संपत्ति जनता की है. हम इसकी पाई-पाई बचाने का प्रयास करते हैं.
हमने घोटाले रोककर पैसे बचाए शीशमहल नहीं बनाया
पीएम मोदी ने विपक्ष पर हमला करते हुए कहा, "पहले की सरकारों में घोटाले की खबर हेडलाइन होती थी लेकिन आज इस सरकार ने कई लाख करोड़ रुपये की बजत कर सरकारी खजाने में भरे हैं. इतना ही नहीं देश की जनता की सेवा में पैसों को लगाया गया है, न कि हमने अपने लिए शीशमहल तैयार किए."