जब पीएम मोदी ने निकाली पंडित धीरेंद्र शास्त्री की पर्ची, बताया क्या चाहती है मां?
पीएम मोदी ने इस अवसर पर कैंसर के इलाज में नई खोजों और अनुसंधानों की महत्ता को रेखांकित किया. प्रधानमंत्री ने बताया कि इस सेंटर का उद्घाटन उन लोगों के लिए एक बड़ी उम्मीद बनेगा जो इस बीमारी से जूझ रहे हैं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार (23 फरवरी) को बागेश्वर धाम में बालाजी कैंसर इंस्टीट्यूट और रिसर्च सेंटर का डिजिटल शिलान्यास किया. इस दौरान उन्होंने कैंसर जैसी घातक बीमारी के खिलाफ जागरूकता और इलाज पर विशेष जोर दिया. पीएम मोदी ने इस अवसर पर कैंसर के इलाज में नई खोजों और अनुसंधानों की महत्ता को रेखांकित किया. प्रधानमंत्री ने बताया कि इस सेंटर का उद्घाटन उन लोगों के लिए एक बड़ी उम्मीद बनेगा जो इस बीमारी से जूझ रहे हैं.
धार्मिक आस्था पर हमला करने वालों की आलोचना
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने भाषण में उन नेताओं की आलोचना की, जो हिंदू धर्म और धार्मिक आस्थाओं का मजाक उड़ाते हैं. उन्होंने कहा कि कुछ लोग पारंपरिक रीति-रिवाजों का अपमान करते हैं और हिंदू धर्म को निशाना बनाते हैं. उन्होंने इस प्रकार की सोच रखने वालों से सावधान रहने की अपील की और कहा कि ऐसे लोग हमेशा से रहे हैं जो हिंदू आस्था से नफरत करते हैं.
आयुष्मान भारत योजना पर जोर
पीएम मोदी ने संतों और महात्माओं से अपील की कि वे आयुष्मान भारत योजना के तहत अपना आयुष्मान कार्ड बनवाएं. उन्होंने कहा कि अगर भविष्य में उन्हें स्वास्थ्य सेवाओं की आवश्यकता पड़े, तो वे इस योजना का लाभ उठा सकें. यह एक तरह से प्रधानमंत्री का संतों और महात्माओं के स्वास्थ्य के प्रति संवेदनशीलता दर्शाने वाला कदम था.
धीरेंद्र शास्त्री से संवाद और पर्ची की चर्चा
इस दौरान, बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने पीएम मोदी को बालाजी की प्रतिमा और सनातन धर्म पर लिखी एक किताब भेंट की. इस दौरान पीएम मोदी ने धीरेंद्र शास्त्री के साथ बालाजी के दर्शन भी किए. भाषण के अंत में, पीएम मोदी ने मजाक करते हुए कहा कि जब वह हनुमान दादा के चरणों में आए, तो उन्हें लगा कि क्या वह पर्ची निकाल पाएंगे या नहीं. उन्होंने कहा, "मैंने आज पहली पर्ची निकाली," यह टिप्पणी संतों और महात्माओं के साथ उनके जुड़ाव को और मजबूत करती है.
बारात का न्यौता स्वीकार
बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर ने मंच से एक और दिलचस्प किस्सा साझा करते हुए पीएम मोदी को अपनी बारात में आने का न्यौता दिया. पीएम मोदी ने इसे हंसी-खुशी स्वीकार किया और मंच से इस न्यौते का सम्मान किया.