PM Modi: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 17वीं लोकसभा के आखिरी दिन राम मंदिर पर धन्यवाद प्रस्ताव पर अपनी बात रखी. उन्होंने कहा कि आज महत्वपूर्ण है. पिछला 5 साल देश के रिफॉर्म, ट्रांसफॉर्म और परफॉर्म का रहा. हमने बहुत कम देखा है कि रिफॉर्म भी हो, परफॉर्म भी हो और हम ट्रांसफॉर्म होते हुए अपने आगे देख पाते हो. मैं सदन और सभी सांसदों का धन्यवाद करता हूं.
पीएम मोदी ने कहा कि 17वीं लोकसभा की प्रोडक्टिविटी करीब-करीब 97 फीसदी रही है, जो कि अपने आप प्रसन्नता का विषय है. जब 18वीं लोकसभा शुरू होगी उम्मीद होगी कि यह आंकड़ा सत प्रतिशत रहे. देश को नया संसद भवन मिला. आजादी के 75 वर्ष पुरा होने के अवसर पर सभी सांसदों ने अपने क्षेत्र में उत्सव मनाया. उन्होंने कहा कि आने वाले 25 साल महत्वपूर्ण हैं. राजनीति अपनी जगह है, राजनीतिक लोगों की आशाएं अलग हैं. देश की आकांक्षा, संकल्प बना चुका है. 25 साल वो हैं, जब देश इच्छित परिणाम हासिल करेगा.
पीएम मोदी ने कहा-इस कार्यकाल में बहुत री-फॉर्म हुए, जो गेम चेंजर हैं. 21वीं सदी के भारत की मजबूत नींव उन सारी बातों में नजर आती है. बड़े बदलाव की तरफ बढ़ रहे हैं. सदन ने अपनी हिस्सेदारी जताई. हम कह सकते हैं कि हमारी अनेक पीढ़ियां, जिन बातों का इंतजार करती थीं, ऐसे बहुत से काम इस 17वीं लोकसभा के माध्यम से पूरे हुए. पीढ़ियों का इंतजार खत्म हुआ. अनेक पीढ़ियों ने एक संविधान का सपना देखा था, हर पल एक दरार दिखती थी, रुकावट चुभती थी. इसी सदन ने 370 हटाकर संविधान के पूर्ण रूप को, पूर्ण प्रकाश के साथ प्रगटीकरण किया. संविधान के 75 वर्ष हुए, जिन महापुरुषों ने संविधान को बनाया, उनकी आत्मा हमें आशीर्वाद देती होगी.
पीएम मोदी की भाषण की बड़ी बातें
-जल-थल-नभ सदियों से इन पर चर्चा चली है. आज समुद्री शक्ति और स्पेस की शक्ति और साइबर की शक्ति. इनका मुकाबला करने की जरूरत उठ खड़ी हुई है. यहां हमें सामर्थ्य पैदा करना है और नकारात्मक शक्तियों का सामाना करना है. स्पेस की दिशा में ऐसा काम हुआ है.
-पेपरलेस पार्लियामेंट की शुरुआत की. शुरू में कुछ साथियों को दिक्कत हुई, लेकिन अब सब इसी से काम कर रहे हैं. आपकी कुशलता और सासंदों की जागरुकता के चलते 17वीं लोकसभा की प्रोडक्टिविटी 97 फीसदी रही है. ये अपने आप में खुशी की बात है. मुझे भरोसा है कि इस लोकसभा की समाप्ति की ओर बढ़ रहे हैं और ये लक्ष्य रहेगा कि शत प्रतिशत कार्यवाही होगी. आपने रात-रात बैठकर सांसदों के मन की बात सुनी है.
-पीएम मोदी बोले कि हमने आतंकवाद के विरुद्ध सख्त कानून बनाए. मुझे पक्का विश्वास है उसके कारण जो लोग ऐसी समस्या से जुझते हैं, उनको एक बल मिला है. भारत को पूर्ण रूप से आतंकवाद से मुक्ति का एक अहसास हो रहा है और वो सपना भी पूर्ण होकर रहेगा.
-कोविड के चुनौतीपूर्ण समय को याद करते हुए पीएम मोदी बोले, "मैं संसद सदस्यों के प्रति अपना आभार व्यक्त करना चाहता हूं, जिन्होंने जरूरत के समय बिना सोचे-समझे अपने विशेषाधिकार छोड़ने का फैसला किया. भारत के नागरिकों को प्रेरित करने के लिए माननीय सदस्यों ने अपने-अपने वेतन और भत्ते में 30 फीसदी की कटौती करने का निर्णय लिया.
-पीएम मोदी ने कहा कि मैं माननीय सांसदों का भी इस बात के लिए आभार व्यक्त करता हूं कि संकट काल में देश की आवश्यकताओं को देखते हुए सांसद निधि छोड़ने का प्रस्ताव जब मैंने माननीय सांसदों के सामने रखा, तो एक पल के विलंब के बिना सभी सांसदों ने इस प्रस्ताव को मान लिया.
-कितने उतार-चढ़ाव से मुस्लिम बहनें इंतजार कर रही थीं तीन तलाक का. इससे मुक्ति और नारी सम्मान का कार्य 17वीं लोकसभा ने किया. सभी सांसदों के विचार कुछ भी रहे हों, लेकिन ये कहेंगे कि न्याय करने के मौके पर हम मौजूद थे. वो बहनें हमें आशीर्वाद दे रही हैं.