'BJP में आया भूचाल, रिटायर होने वाले हैं पीएम नरेंद्र मोदी,' AAP क्यों अलाप रही है ये राग?
PM Narendra Modi Retirement: सियासत के गलियारों में अचानक चर्चा होने लगी है कि पीएम मोदी रिटायर होने वाले हैं. सवाल ये कि आखिर ये चर्चा अचानक क्यों होने लगी है? इस चर्चा को आखिर बल कैसे मिला? आखिर ऐसा क्या हुआ, जो देश के गृह मंत्री अमित शाह को प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताना पड़ा कि भविष्य में नरेंद्र मोदी ही देश का नेतृत्व करते रहेंगे.
PM Narendra Modi Retirement: दिल्ली एक्साइज पॉलिसी केस में तिहाड़ जेल से बाहर आने के बाद CM अरविंद केजरीवाल ने शनिवार को कार्यकर्ताओं को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने चौंकाने वाला दावा किया और कहा कि भाजपा अक्सर इंडिया गठबंधन से सवाल पूछती है कि आपका प्रधानमंत्री कौन होगा? मैं भी भाजपा से पूछना चाहता हूं कि आपका प्रधानमंत्री कौन होगा? इसके बाद उन्होंने दावा किया कि पीएम मोदी जल्द ही रिटायर हो जाएंगे और अगले प्रधानमंत्री के रूप में अमित शाह पद एवं गोपनियता की शपथ लेंगे.
अरविंद केजरीवाल के इस दावे के बाद आम आदमी पार्टी के कई अन्य नेताओं ने भी ये राग अलापा है. दिल्ली के मंत्री और AAP नेता गोपाल राय ने कहा कि अरविंद केजरीवाल ने कल (शनिवार) सार्वजनिक रूप से जो कहा है, हर पार्टी कार्यकर्ता और भाजपा में पद संभालने वाले लोग दबी आवाज में इसके बारे में बात कर रहे हैं. पीएम मोदी ने शीर्ष नेतृत्व के लिए रिटायरमेंट का नियम बनाया है. पार्टी का कहना है कि 75 साल की उम्र पूरी करने के बाद उन्हें रिटायर किया जाना चाहिए और अब वे (नरेंद्र मोदी) 75 साल के होने वाले हैं और उसके बाद वे रिटायर हो जाएंगे.
केजरीवाल के दावों पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने क्या दी प्रतिक्रिया?
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के इस दावे के कुछ घंटे बाद केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा कि मैं अरविंद केजरीवाल एंड कंपनी और INDIA गठबंधन से ये कहना चाहता हूं कि भाजपा के संविधान में ऐसा कुछ भी उल्लेखित नहीं है. पीएम मोदी इस कार्यकाल को पूरा करने जा रहे हैं और भविष्य में भी पीएम मोदी ही देश का नेतृत्व करते रहेंगे.
अमित शाह ने कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री बहुत बड़ी गलतफहमी में हैं कि नरेंद्र मोदी जब 75 साल के हो जाएंगे, तो प्रधानमंत्री का पद छोड़ देंगे. अमित शाह ने केजरीवाल की गलतफहमी पर सवाल उठाते हुए कहा कि अगर अरविंद केजरीवाल इसे (अंतरिम जमानत) क्लीन चिट मानते हैं, तो कानून के बारे में उनकी समझ कमजोर है. अंतरिम जमानत, एक अस्थायी राहत है, लेकिन ऐसा कुछ नहीं जो दिल्ली के मुख्यमंत्री को शराब नीति मामले से मुक्त कर दे, जिसमें दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को भी जेल हुई है.
अमित शाह ने कहा कि अरविंद केजरीवाल को चुनाव प्रचार करने के लिए अंतरिम जमानत दी गई है. उन्होंने सुप्रीम कोर्ट के सामने प्रार्थना की थी कि उनकी गिरफ्तारी गलत है, लेकिन सुप्रीम कोर्ट इस पर सहमत नहीं हुआ. अंतरिम जमानत सिर्फ 1 जून तक दी गई है. 2 जून को केजरीवाल को एजेंसियों के सामने आत्मसमर्पण करना होगा.